बहरोड़ में वर्ष-2014 में पार्षद त्रिलोक यादव की हत्या के लिए क्षेत्र मे पहली बार शार्प शूटर बुलाए गए थे। उसके बाद से यह सिलसिला जारी है। पार्षद हत्याकांड की मुख्य गवाह त्रिलोक की मां की हत्या के लिए भी 50 लाख रुपए की सुपारी दी गई थी, लेकिन बदमाश वारदात को अंजाम देने से पूर्व ही गुरुग्राम पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पांच माह पूर्व नीमराणा में ज्वेलर्स लूट मामले में हरियाणा की हरिया गैंग ने शार्प शूटर अरुण गुर्जर के साथ लूट की वारदात को अन्जाम दिया था। 25 जून को बहरोड़ के शक्ति रिसोर्ट में शादी समारोह के दौरान भाड़े के शार्प शूटरों द्वारा पालिका पार्षद राकेश शर्मा की हत्या की वारदात को अंजाम दिया।
खेतड़ी पुलिस द्वारा पकड़े गए शूटर लोकेश डुमोली ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने जखराणा सरपंच विनोद स्वामी हत्या के लिए 15 लाख रुपए की सुपारी ले रखी थी, लेकिन वारदात को अंजाम देने से पहले ही वह पकड़ा गया। भिवाड़ी मे भी गत दिनो हुई हत्याओ मे शार्प शूटरो की लिप्तता पाई गई है।
अवैध हथियारों की आसान पहुंच सभी मामले में बड़ी गैंग के सदस्यों द्वारा युवाओं को अवैध धंधों से जोडकऱ उनको अत्याधुनिक अवैध हथियार पिस्टल, रिवाल्वर और माउजर उपलब्ध करवाए हैं। जिनको यह युवा शार्प शूटर बेखौफ होकर इस्तेमाल कर रहे हैं। गैंग सदस्यों के पास बड़ी संख्या में अवैध हथियार हैं। जिनके दम पर वह वारदातो को अंजाम दिलवाते है। हाल ही में हत्या और खेतड़ी लूट मे पकड़े गए बदमाशो के पास अत्याधुनिक हथियार मिले हैं। जिससे साफ पता चलता है कि अवैध हथियारों का कारोबार कितने बड़े स्तर पर चल रहा है। जिले में हरियाणा, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश व दिल्ली आदि क्षेत्रों से अवैध हथियार सप्लाई हो रहे हैं।