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वृद्धा से किया था घिनौना काम : नाकाम प्रशासन के खिलाफ आक्रोश, तीन दिन में कार्रवाई नहीं तो देखों क्या करेंगे ग्रामीण

locationअलवरPublished: May 21, 2019 05:59:36 pm

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Kailash

वृद्धा से किया था घिनौना काम : नाकाम प्रशासन के खिलाफ आक्रोश, तीन दिन में कार्रवाई नहीं तो देखों क्या करेंगे ग्रामीण

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वृद्धा से किया था घिनौना काम : नाकाम प्रशासन के खिलाफ आक्रोश, तीन दिन में कार्रवाई नहीं तो देखों क्या करेंगे ग्रामीण


थानागाजी. थाना क्षेत्र में एक वृद्ध महिला के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के दोषियों और तीन माह पहले नाबालिग बालिका के साथ बलात्कार के शेष आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर सोमवार को कस्बे की शिव बगीची में सर्वसमाज की बैठक हुई। बैठक में उपस्थित लोगों ने बलात्कार मामले में गिरफ्तार नहीं होने से प्रशाासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और एसीएम को ज्ञापन सौंपा गया।
बैठक में महेश शर्मा, गोविंद कुमावत, दया नन्द, चन्द्र सिंह शेखावत आदि वक्ताओं ने थानागाजी क्षेत्र में बढ़ते अपराधों पर चिंता व्यक्त की और बलात्कार जैसे मामलों में शीघ्र प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की बात कही। आम सभा में विचार-विमर्श के बाद मांगों का ज्ञापन तैयार कर दोषियों को सजा दिलवाने की मांग को लेकर अलवर-जयपुर मुख्य सड़क मार्ग पर प्रदर्शन करते हुए उपखंड अधिकारी कार्यालय थानागाजी पहुंचकर एसडीएम अमित कुमार वर्मा को मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मानसिक बीमार वृद्धा एवं नाबालिक के साथ हुए बलात्कार के दोषियों को पोस्को एक्ट के तहत कार्रवाई कर जल्द जांच कर चालान पेश करने, मामलों की सीबीआई जांच तथा वृद्धा की सरकारी खर्चे पर उपचार कराने, पीडि़त बालिका को सरकारी नौकरी तथा सुरक्षा मुहैया कराने, दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की गई। सभा में 23 मई तक पुलिस, प्रसासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने पर 24 मई से बेमियादी आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
गौतलब है कि थानागाजी क्षेत्र में करीब दो साल पहले भी करीब एक दर्जन लोगों ने पचास वर्षीय मंदबुद्धि वृद्ध महिला के साथ बलात्कार किया था। महिला का स्वयं का घर नहीं था, वह क्षेत्र के ही एक स्कूल में रात बिताती थी। यह घटना 16 अप्रेल 2017 की है। वहीं, तीन माह पूर्व 13 फरवरी को एक नाबालिग बालिका को खेतों में ले जाकर तीन लोगों ने बारी-बारी से बलात्कार किया था।

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दूध के बढ़े भाव
अलवर. सरस डेयरी अलवर ने पिछले 15 दिनों में पशुपालकों से खरीदे जाने वाले दूध पर अधिकतम 7 रुपए प्रति लीटर भाव बढ़ा दिए लेकिन, 95 प्रतिशत से अधिक किसानों को फायदा केवल दो रुपए प्रति लीटर हुआ है।
दूसरी तरफ सरस डेयरी ने 6 लीटर पैकिंग वाले दूध के भाव में दो रुपए प्रति लीटर महंगा कर दिया। छह लीटर पैकिंग दूध पहले 288 रुपए का मिल रहा था जो अब 300 रुपए का हो गया है। अब आधा लीटर पैकिंग वाले दूध के भाव बढ़ाए जा सकते हैं।
जानिए कैसे होगा दो रुपए का फायदा
इसी माह आठ मई से पहले सरस डेयरी की ओर से अधिकतम 10 प्रतिशत फैट वाला दूध 58 रुपए प्रति लीटर खरीदा जा रहा था। जिसे अब बढ़ाकर 65 रुपए प्रति लीटर कर दिया है लेकिन, यह भाव केवल 10 प्रतिशत फैट वाले दूध पर ही मिलेगा। जबकि असलियत यह है कि जिले भर से आने वाला ज्यादातर दूध केवल 5.5 से 6 प्रतिशत फैट वाला है। जिसके कारण अधिकतर पशुपालकों को केवल करीब दो रुपए प्रति लीटर का ही फायदा मिल रहा है। इधर छह लीटर वाले पैकिंग पर दो रुपए प्रति लीटर भाव बढ़ा दिए हैं। यह दूध पहले 48 रुपए लीटर था जो अब 50 रुपए कर दिया है। हालांकि अभी फुल क्रीम वाला दूध 50 रुपए लीटर व टोण्ड वाला दूध 40 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। इसके भी भाव बढ़ाए जा सकते हैं।
शादियों से गड़बड़ाया मामला
शादियों के सीजन में सरस की सप्लाई प्रभावित होती है। दूध की आवक कम हो जाती है। खुली बिक्री वाले दूधिए एक-दो रुपए भाव बढ़ाकर लेने लग जाते हैं। जिसके कारण सरस केन्द्रों तक आवक कम हो जाती है लेकिन, शादियों के सीजन के तुरंत बाद दूध वापस बढ़ जाता है। एक दिन पहले ही सरस में वापस 1.17 लाख लीटर दूध की आवक हो गई है। जबकि कुछ दिन पहले एक लाख लीटर से भी कम आवक रह गई थी।
10 प्रतिशत फैट पर 65 रुपए प्रति लीटर
&आठ मई के बाद दूध खरीद के भाव बढ़ाए हैं। जिससे पशुपालकों को फायदा हुआ है। वैसे यह सच है कि अधिकतर दूध 6 प्रतिशत फैट का आता है। बिक्री के भाव अभी नहीं बढ़ाए हैं।

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