राजकीय रेलवे स्टेशन सीनियर माध्यमिक विद्यालय में गुरुवार सुबह 9 बजे ही जिला शिक्षा अधिकारी राकेश शर्मा और अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी वेद प्रकाश गुप्ता सहित कई विभागीय अधिकारी पहुंचे। उनके आने की सेवा समिति के पदाधिकारियों को पहले ही सूचना दे दी गई थी, जिससे यह बच्चे सुबह नहा धोकर तैयार हो गए। सुबह बच्चे यहां पहुंचे तो वे नई टी शर्ट, पैंट और नेकर पहने हुए थे। यहां 65 बच्चों को बिना किसी कागजात के उम्र के हिसाब से प्रवेश दिया गया। बच्चों के अभिभावकों से शपथ पत्र लिया गया। बच्चों को कक्षा पहली से पांचवी तक कक्षा में प्रवेश दिया गया। इन्हें पढ़ाने वाली संस्था के संरक्षक उमराव लाल सैनी सहित स्वयंसेवक दिनेश किराड़, शंकर सिंह राजपूत, रवि, हेमंत, सोनम कौर आदि के साथ आए इन बच्चों को विद्यालय स्टाफ ने बैठाया और मिड डे मील खिलाया।
संज्ञान लिया तो जागा प्रशासन अलवर के सरकारी स्कूल में गरीब बच्चों को प्रवेश नहीं देने के मामले में राजस्थान पत्रिका ने 4 जुलाई को प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया। इस मामले में हाईकोर्ट, बाल संरक्षण आयोग और शिक्षा मंत्री ने संज्ञान लिया और मामले की जांच के आदेश दिए। पत्रिका ने शिक्षा विभाग की लापरवाही उजागर की तो इन बच्चों को प्रवेश दिलवाने के लिए कई अधिकारी पहुंच गए।