जांच अधिकारी एसओजी के एएसपी करण शर्मा टीम के साथ थाने पहुंचे। उन्होंने बदमाशों की ओर से किए हमले के दौरान घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस कर्मियों से पूछताछ की। टीम ने सबसे पहले घटना के समय तैनात थाने के संतरी कृष्ण कुमार से पूछताछ की। एसएलआर सहित ड्यूटी पर तैनात होने के बावजूद संतरी कृष्ण कुमार घटना के समय छुप गया था। उसने एक भी फायर नहीं किया। एसओजी की टीम ने घटना के बाद निलंबित किए थाना प्रभारी सुगनसिंह से भी उस दिन हुए घटनाक्रम के बारे में पूछताछ की और मामले में सबूत जुटाए। साथ ही सभी के बयान भी दर्ज किए। एसओजी की टीम जल्द इस मामले में विक्रम उर्फ पपला गैंग के लोगों से फोन से बात करवाने और सौदेबाजी के आरोप में बर्खास्त हैड कांस्टेबल विजयपाल और रामअवतार से भी घटना को लेकर पूछताछ करेगी। टीम ने इस दौरान थाने के अन्दर, बाहर व हवालात सहित अन्य घटना स्थलों का मौका मुआयना कर तथ्य जुटाए।
आरएसी का कांस्टेबल भी निलम्बित एके-47 से फायरिंग कर कुख्यात अपराधी पपला गुर्जर को छुड़ा ले जाने की घटना के दौरान बहरोड़ थाने में तैनात आरएसी के कांस्टेबल अजय को भी निलम्बित कर दिया गया है। आरएसी के कमांडेंड रामेश्वरसिंह ने बताया कि बहरोड़ थाने में घटना के दौरान आरएसी का कांस्टेबल अजय भी वहां तैनात था। थाने पर हमले के दौरान कांस्टेबल ने अपनी तरफ से कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की। प्रथम दृष्टया कांस्टेबल की लापरवाही की जांच असिस्टेंड कमांडेंट त्रिलोकीनाथ शर्मा से कराई गई। इसके बाद कांस्टेबल अजय को निलम्बित कर दिया गया। प्रकरण की जांच एएसपी राजेश कांवत कर रहे हैं।