राज्य सरकार की ओर से सरकारी विद्यालयों में पढऩे वाले विद्यार्थियों के लिए क्लिक योजना प्रारम्भ की गई है। इस योजना में कक्षा 6 से 8 वीं तक के विद्यार्थियों को प्रति बालक 80 रुपए तथा कक्षा 9 से 12 वीं तक के विद्यार्थियों के लिए प्रति बालक 110 रुपए निर्धारित है। अलवर जिले के 23 सरकारी विद्यालयों में यह योजना प्रारम्भ की गई है जिसमें एक स्कूल में 100 विद्यार्थी होना आवश्यक है। इन स्कूलों में बहुत मुश्किल से यह योजना प्रारम्भ हो पाई है।
अभिभावकों का सीखने के प्रति उत्साह नहीं
क्लिक योजना में अभिभावकों का फीस देकर बच्चों को कम्प्यूटर सिखाने के प्रति उत्साह नहीं है। अभिभावक कम्प्यूटर शिक्षा पूरी तरह नि:शुल्क चाहते हैं लेकिन इस योजना में प्रति बालक प्रति माह 100 रुपए देने होंगे। जिले के कई सरकारी स्कूलों में 100 बच्चे सीखने के लिए तैयार होने पर बैच प्रारम्भ किए गए लेकिन बाद में इन बच्चों की संख्या कम हो गई जिससे यह प्रशिक्षण देना ही मुश्किल हो रहा है।
इस योजना को लेकर स्कूल प्रधानाचार्य भी उत्साहित नहीं हैं। वे नहीं चाहते कि उनके स्कूल में कोई नव प्रयोग किया जाए जिससे उनकी परेशानी बढ़े। शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी सभी स्कूल प्रधानाचार्यों को कई बार निर्देश दे चुके हैं कि वे अपने स्कूल के विद्यार्थियो को अधिक से अधिक संख्या में कम्प्यूटर सीखने के लिए प्रेरित करें। वहीं अभिभावक कम्प्यूटर शिक्षा के महत्व को समझ नहीं पाए हैं।
इस बारे में क्लिक योजना के प्रभारी भूप सिंह ने बताया कि क्लिक योजना में नामांकन बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसको लेकर अभिभावकों को समझना चाहिए व बच्चों में कम्प्यूटर के क्षेत्र में रूचि लाने का प्रयास करें।