ऐसे में एक तरफ पिता की मौत का गम तो दूसरी तरफ साल खराब होने की चिंता थी। पिता के ना रहने से बदहवास सुबीना ने अपने आप को संभाला और बुधवार को उसने परीक्षा दी। गुरुवार को भी वह परीक्षा देने पहुंची थी, लेकिन परीक्षा से पूर्व ही बेहोश हो गई, जिस कारण वह परीक्षा नहीं दे सकी।
छात्रा सुबीना रामगढ़ के राजकीय महाविद्यालय की प्रथम वर्ष की छात्रा है और उसका परीक्षा केन्द्र रामगढ के गुरू गोविन्द सिंह कन्या महाविद्यालय में आया है। बुधवार को उसने राजनीति विज्ञान की परीक्षा दी, वहीं गुरूवार को उसकी पर्यावरण शिक्षा की परीक्षा थी।
पेश की नजीर
परीक्षा केन्द्र के डायरेक्टर सरबजीत सिंह ने छात्रा के जज्बे की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि छात्रा ने मेवात में बालिका शिक्षा के लिए बच्ची ने नजीर पेश की है। छात्रा की खराब तबीयत के कारण उसे प्राथमिक उपचार की व्यवस्था की गई, लेकिन उसकी तबीयत बहुत ज्यादा खराब होने के कारण वो गुरुवार की परीक्षा नहीं दे सकी।
दिल का दौरा पड़ने से हुई पिता की मौत
छात्रा के परिचितों ने बताया कि बीजवा निवासी सुबीना के पिता अलीजान ट्रक चलाते थे और 14 जून को ट्रक लेकर चेन्नई से कटक जा रहे थे। अचानक उनके सीने में दर्द हुआ, जिसकी सूचना उन्होंने साथी ड्राइवर को दी और आराम करने के लिए सो गये। साथी ड्राइवर ने 2 घंटे बाद उसे जगाने की कोशिश की तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। 14 जून की शाम को पिता की मौत की सूचना से पूरे घर का माहौल गमजदा हो गया । ऐसे में बुधवार को परीक्षा की तैयारी कर रही सुबीना बेसुध हो गई। तबीयत बिगड़ने पर चिकित्सक के पास ले जाया गया, जहां से वो अपनी प्रथम वर्ष की राजनीति विज्ञान की परीक्षा देने पहुंची। अलीजान के शव को गुरूवार को हवाइ जहाज से दिल्ली लाया गया और शाम को बीजवा लाया गया।