जानकारी के अनुसार शहर के स्कीम-4 निवासी 21 वर्षीय युवक प्रतीक सिंघल पुत्र राकेश गुप्ता की जयपुर में ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई थी। जिसका शुक्रवार शाम को अलवर के प्रतापबांध श्मशान घाट में दाह संस्कार किया गया। शनिवार सुबह परिजन अस्थियां चुनने श्मशान घाट पहुंचे तो प्रतीक की चिता के पास शृंगार सामग्री रखी हुई थी। इस पर परिजनों ने श्मशान घाट में चिताओं पर तांत्रिक क्रिया किए जाने का आरोप लगाते हुए विरोध जताया।
परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम और नगर परिषद सभापति मुकेश सारवान को फोन कर दी। इसके बाद शहर कोतवाली थाना पुलिस और सभापति मुकेश सारवान श्मशान घाट पहुंचे। वहां मृतक के परिजनों ने उन्हें घटना के बारे में बताया तथा पुलिस ने मौके का जायजा लिया। उधर, कोतवाली थाना पुलिस का कहना है कि घटना की सूचना पर पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। इस सम्बन्ध में फिलहाल कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है।
श्मशान घाट में नहीं कोई सुरक्षा इंतजाम मृतक के चाचा मुकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रतापबांध श्मशान घाट में चिताओं के साथ तांत्रिक क्रियाएं की जा रही है। उनके परिवार में जवान मौत हुई। जिसका शुक्रवार शाम को प्रतापबांध श्मशान घाट में दाह संस्कार किया गया। शनिवार सुबह वह तिया करने और अस्थियां चुनने के लिए श्मशान घाट पहुंचे तो चिता के पास उन्हें शृंगार सामग्री रखी मिली। वहां तांत्रिकों ने तंत्र क्रिया की है। श्मशान घाट में चिताओं की सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है। यहां न तो रात को बिजली की व्यवस्था है और न ही रात के समय कोई गार्ड तैनात रहता है।