शहर कचरे से सड़ रहा, ऑटो टिपर भी नहीं चल रहे शहर की सरकार में सभापति और आयुक्त नहीं होने पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। मॉनिटङ्क्षरग और ठेकेदारों को भुगतान नहीं होने के कारण शहर से नियमित रूप से कचरा नहीं उठ रहा है। वहीं, ऑटो टिपर भी आधे अधूरे चल रहे हैं। घरों से कचरा संग्रहण नहीं हो पा रहा है। लोग घरों का कचरा सडक़ पर डाल रहे हैं।
न पट्टे मिल रहे और न ही बिलों पर साइन नगर परिषद के हालात अंधेर नगरी चौपट राजा जैसे हो चुके हैं। शहर की जनता नगर परिषद में अपने कामों के लिए भटक रही है। लोगों के न तो पट्टे मिल पा रहे हैं और न ही ठेकेदारों के भुगतान बिलों पर साइन हो पा रहे हैं। वहीं, नगर परिषद की कर वसूली, होर्डिंग्स ठेके सहित अन्य कामकाज भी नहीं हो पा रहे हैं। कई फाइलें सभापति और आयुक्त के आदेशों के अभाव में अटकी हुई हैं। पट्टों की भी 700 से ज्यादा फाइलें अटकी हुई हैं।