कर्जा चुकाने को रची साजिश पुलिस पूछताछ में ओमप्रकाश ने बताया कि फैक्ट्री में नुकसान होने से उस पर कर्जा हो गया। उनके दोस्त लूण्यिा (खेरली) निवासी अनिल मीणा ने लक्ष्मणगढ़ निवासी इसराइल व झिवाणा(हरियाणा) निवाासी जुबेर से उसकी मुलाकात कराई। सभी ने बैठकर आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए किसी कीमती माल से भरे ट्रक को हाईजैक करने की योजना बनाई। बीयर से भरे ट्रक को लूटने के लिए जुबेर ने अपने तीन साथियों करमला नौगांवा निवासी इंसाफ पुत्र अब्दुल सत्तार, खूटा ठोकर का बास (गोपालगढ़) निवासी अब्बास पुत्र नूर मोहम्मद व करमूका (कामां भरतपुर) निवासी आलम पुत्र बम्बू को ट्रक लूट के लिए भेजा। तीनों शाहपुरा की कहकर बीयर से भरे ट्रक मे बैठ गए और चालक को बंधक बना पिनान में पटक ट्रक को ओमप्रकाश, अनिल मीणा,इसराइल व रोशन क सुपुर्द कर दिया। इसके बाद ओमप्रकाश सहित चारों ने ग्राम मलावली स्थित उसकी फै क्ट्री में ट्रक में भरा सारा माल खला दिया और खाली ट्रक को योजना के मुताबिक दौसा सीमा पर परवैनी गांव के पास रोड किनारे खड़ा कर चले गए। पुलिस ने मामले में ओमप्रकाश व रोशन को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं,उनके अन्य साथियों की तलाश जारी है।
आखिर ढाई सौ पेटिया गई कहां पुलिस की कार्रवाई से एक सवाल यह भी खड़ा हो गया है कि आखिर बीयर की 250 पेटियां गई कहां। इसका जवाब फिलहाल पुलिस के पास भी नहीं है। पुलिस ने गोदाम से बरामद पेटियों की संख्या 1150 बताई है। जबकि ट्रक में 1400 पेटी बीयर भरी हुई थी। पुलिस प्रेस नोट के अनुसार आरोपितों ने ट्रक लूट के बाद बीयर की पेटियों को एक मुर्गीदाना फैक्ट्री के गोदाम में उतार दिया। ऐसे में सवाल यह भी है कि पुलिस ने इस बीयर को पांच दिन में ही बरामद कर लिया। पांच दिन में चाहकर भी कोई 250 पेटी बीयर नहीं पी सकता है।