रेलवे ट्रैक पर खूब हो रही मौतें, फिर भी लापरवाही बरकरार
अलवरPublished: Feb 20, 2023 12:12:47 am
शहर से गुजर रहा रेलवे ट्रैक सुसाइड और हादसों का ट्रैक बन चुका है। कोई चलती ट्रेन के आगे छलांग लगा आत्महत्या कर रहा है तो कोई लापरवाही पूर्वक पटरी पार करते हुए ट्रेन की चपेट में आ रहा है। आए दिन रेलवे ट्रैक पर मौतें हो रही हैं।


रेलवे ट्रैक पर खूब हो रही मौतें, फिर भी लापरवाही बरकरार
अलवर. शहर से गुजर रहा रेलवे ट्रैक सुसाइड और हादसों का ट्रैक बन चुका है। कोई चलती ट्रेन के आगे छलांग लगा आत्महत्या कर रहा है तो कोई लापरवाही पूर्वक पटरी पार करते हुए ट्रेन की चपेट में आ रहा है। आए दिन रेलवे ट्रैक पर मौतें हो रही हैं। इसके बावजूद यहां घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा और गश्त के कोई इंतजाम नहीं है।
जीआरपी थाने के आंकड़ों पर नजर डालें तो अलवर रेलवे जंक्शन के दोनों तरफ करीब तीन किलोमीटर रेलवे ट्रैक खूनी ट्रैक हो चुका है। अलवर जंक्शन से रूपबास पुलिया तक तथा अलवर जंक्शन से तिजारा फाटक ओवरब्रिज तक रेलवे ट्रैक पर हर साल खूब हादसे होते हैं। पिछले साल एक जनवरी 2022 से 31 दिसम्बर तक 2022 तक शांतिकुंज स्थित एफसीआई गोदाम से तिजारा फाटक ओवरब्रिज तक रेलवे ट्रैक पर 19 लोगों की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हुई थी। इसमें से कई लोगों ने आर्थिक तंगी, घरेलू कलह और डिप्रेशन में आकर सुसाइड किया। वहीं, कुछ लोग नियमों का उल्लंघन कर लापरवाही से पटरी पार करते हुए ट्रेन की चपेट में आ गए।