scriptजिन्होंने बनाया वीआईपी, उन्हीं से डरते हैं ‘नेताजी’! | Those who made VIPs, they are afraid of 'Netaji' | Patrika News

जिन्होंने बनाया वीआईपी, उन्हीं से डरते हैं ‘नेताजी’!

locationअलवरPublished: Jan 17, 2020 02:32:59 am

Submitted by:

Kailash

जिन्होंने बनाया वीआईपी, उन्हीं से डरते हैं ‘नेताजी’!

जिन्होंने बनाया वीआईपी, उन्हीं से डरते हैं ‘नेताजी’!

जिन्होंने बनाया वीआईपी, उन्हीं से डरते हैं ‘नेताजी’!


अपने लोकसभा व विधानसभा क्षेत्र में ही सुरक्षा गार्ड लेकर घूमते हैं सांसद और विधायक
सुजीत कुमार
अलवर. जिस जनता जनार्दन ने अपने वोट से वीआईपी बनाया, अब उन्हीं के बीच जाने से सांसद और विधायकों को डर लगता है। अलवर जिले के सांसद और कई विधायक एेसे हैं जो अपने क्षेत्र में भी पुलिस सुरक्षा गार्ड लेकर घूमते हैं। वहीं, कई विधायक एेसे भी हैं जिनके पास कोई सुरक्षा गार्ड नहीं है और आज भी अपने क्षेत्र में पहले की तरह ही बिना सुरक्षा गार्ड के घूमते हैं। पुलिस रेकॉर्ड के मुताबिक अलवर सांसद और ९ विधायकों ने सुरक्षा गार्ड लिए हुए हैं, जबकि दो विधायक एेसे हैं जिनके पास सुरक्षा गार्ड नहीं है।
इन्होंने ले रखे हैं सुरक्षा गार्ड: अलवर सांसद महंत बालकनाथ, राज्य के श्रममंत्री एवं अलवर ग्रामीण विधायक टीकाराम जूली, किशनगढ़बास विधायक दीपचंद खैरिया, तिजारा विधायक संदीप यादव, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ विधायक जौहरीलाल मीणा, कठूमर विधायक बाबूलाल बैरवा, बानसूर विधायक शकुंतला रावत व रामगढ़ विधायक सफिया खान ने जिला पुलिस से एक-एक कांस्टेबल सुरक्षा गार्ड के रूप में ले रखे हैं।
अन्य जिलों से ले रखी है सुरक्षा: इसके अलावा मुण्डावर विधायक मंजीत चौधरी ने जयपुर और बहरोड़ विधायक बलजीत यादव ने सीकर जिले से पुलिस सुरक्षा गार्ड लिया हुआ है। वहीं, राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने अलवर जिला पुलिस से सुरक्षा गार्ड ले रखा है।
इन्हें नहीं सुरक्षा की दरकार: शहर विधायक संजय शर्मा और थानागाजी विधायक कांति मीणा ही जिले के मात्र दो एेसे विधायक हैं, जिन्होंने सुरक्षा गार्ड नहीं ले रखा है। थानागाजी विधायक कांति मीणा ने निर्वाचन के साथ ही करीब एक माह तक सुरक्षा गार्ड लिया था। वह मां बीमार होने के कारण ड्यूटी में समय नहीं दे पा रहा था। जिस कारण विधायक ने उसे वापस भेज दिया और फिर बाद में सुरक्षा गार्ड नहीं लिया।
मैं जनता के बीच सुरक्षित हूं
&पुलिस सुरक्षा गार्ड के लिए न तो किसी ने कहा और न ही मैंने लिया है। मैं शहर की जनता के बीच सुरक्षित हूं। मुझे किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। पुलिस में नफरी का अभाव है। इसलिए इन सुरक्षा गार्डों का आमजन की सुरक्षा में ही सदुपयोग होना चाहिए।
संजय शर्मा, विधायक, अलवर शहर।
संवेदनशील क्षेत्र है
&मेरा विधानसभा क्षेत्र काफी संवेदनशील है। भिवाड़ी सहित आसपास के इलाके में अपराधी हत्या, लूट, डकैती, फायरिंग, रंगदारी और धमकी जैसी वारदातों को अंजाम देते रहते हैं। सुरक्षा के लिहाज से ही मैंने नियमानुसार पुलिस सुरक्षा गार्ड लिया हुआ है।
संदीप यादव, विधायक, तिजारा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो