सरिस्का में बाघिन एसटी- 5 गत करीब 20 दिनों से गायब है। बाघिन को ढूंढने में सरिस्का का लगभग पूरा स्टाफ जुटा है, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल सकी है। बाघिन का पता लगाने के लिए उसकी टैरिटरी उमरी, देवरी, सुकोला, रोटक्याला क्षेत्र स्थित वाटर होल्स सहित अन्य स्थानों पर करीब 50 कैमरे लगाए गए हैं। वहीं 25 से 30 कैमरे पहले से ही सरिस्का में जरूरत के हिसाब लगे हैं। इसके बाद भी बाघिन की लोकेशन का पता नहीं चल सका है।
जल्द बाघिन नही मिली तो 250 कैमरे लगाने की योजना सरिस्का प्रशासन का कहना है कि बाघिन का जल्द पता नहीं चला तो पूरे जंगल में 250 से 300 कैमरे लगाने पर विचार किया जा रहा है। वनकर्मियों का मानना है कि बाघिन को ढूंढने का एकमात्र तरीका कैमरा ट्रैप ही है। यदि बाघिन उसकी टैरिटरी में होगी तो पानी पीने जरूर आएगी, यही सोच वाटर होल्स पर कैमरे लगाए गए हैं। लेकिन वाटर होल्स के कैमरों में भी बाघिन ट्रैप नहीं हो पाई है।
बाघिन का नहीं चल सका पता बाघिन एसटी- 5 का अभी तक पता नहीं चल सका है। कैमरा ट्रैप की रिपोर्ट से ही बाघिन के बारे में सही पता चल सकेगा। कैमरा ट्रैप की रिपोट एक सप्ताह में मिल पाती है।
डॉ. गोविंदसागर भारद्वाज, सीसीएफ, सरिस्का बाघ परियोजना, अलवर।
डॉ. गोविंदसागर भारद्वाज, सीसीएफ, सरिस्का बाघ परियोजना, अलवर।