पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते तिजारा रोडवेज डिपो मैनेजर गिरफ्तार
अलवरPublished: Jan 11, 2022 09:09:31 pm
राजस्थान पथ परिवहन निगम का तिजारा डिपो भ्रष्टाचार का केंद्र बनता जा रहा है। एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर एसीबी अलवर इकाई ने कार्रवाई करते हुए मंगलवार को तिजारा डिपो मैनेजर (ऑपरेशन) दीपचंद सांखला को परिवादी से पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इससे पूर्व करीब दो महीने पहले भी रिश्वत लेते डिपो मुख्य प्रबंधक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते तिजारा रोडवेज डिपो मैनेजर गिरफ्तार
पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते तिजारा रोडवेज डिपो मैनेजर गिरफ्तार
अलवर. राजस्थान पथ परिवहन निगम का तिजारा डिपो भ्रष्टाचार का केंद्र बनता जा रहा है। एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर एसीबी अलवर इकाई ने कार्रवाई करते हुए मंगलवार को तिजारा डिपो मैनेजर (ऑपरेशन) दीपचंद सांखला को परिवादी से पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इससे पूर्व करीब दो महीने पहले भी रिश्वत लेते डिपो मुख्य प्रबंधक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। तिजारा डिपो में रिश्वत का यह दूसरा प्रकरण सामने आया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के महानिदेशक भगवानलाल सोनी ने बताया कि एसीबी की अलवर इकाई को परिवादी ने शिकायत दी थी कि उसके अवकाश काल का निर्णय पक्ष में करने तथा लंबे रूट पर ड्यूटी से रिलेक्स करने की एवज में राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम तिजारा डिपो मैनेजर (ऑपरेशन) दीपचंद सांखला 6 हजार की रिश्वत राशि मांग कर परेशान कर रहे हैं। इस पर एसीबी अलवर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजयसिंह की ओर से शिकायत का सत्यापन किया गया और मंगलवार को पुलिस निरीक्षक प्रेमचंद्र एवं उनकी टीम ने ट्रेप की कार्रवाई करते हुए आरोपी दीपचंद सांखला पुत्र रतनलाल सांखला निवासी वार्ड नंबर 19 नवलगढ़ झुंझुंनू हाल डिपो मैनेजर (ऑपरेशन) तिजारा को परिवादी से पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ जारी है।
एसीबी की ओर से मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई जारी है। एक नवंबर में हुए थे मुख्य प्रबंधक गिरफ्ताररिश्वत प्रकरण में तिजारा डिपो से मुख्य प्रबंधक कैलाशचंद मीणा 11000 रुपए की रिश्वत लेते 1 नवंबर 2021 को एसीबी की ओर से गिरफ्तार किया गया था। उसने भी परिवादी से ड्यूटी ज्वॉइन करने एवं उक्त अवधि में वेतन का भुगतान कराने के एवज में 35000 रुपए की मांग की थी।दीवार फांदकर भागने की कोशिश एसीबी ने परिवादी को पैसे देकर आरोपी को देने को कहा तो आरोपी ने पैसे लेकर अपने पास रख लिए। इस पर जैसे ही परिवादी ने एसीबी को इशारा किया तो आरोपी माजरा समझ गया और दीवार फांदकर भागने की कोशिश की। इसी बीच एसीबी ने उसे भाग कर पकड़ लिया और गिरफ्तार कर लिया।