जानकारी के अनुसार बहरोड़ थाना क्षेत्र के नांगल खोडिय़ा निवासी भारतीय शिक्षण संस्थान एवं भारतीय सैनिक स्कूल के संचालक सुबेसिंह और कांकर जिंदा पीर मंदिर के संत हरहरदास निरंजन कार से कांकर जिंदा पीर मंदिर से बहरोड़ लौट रहे थे। इस दौरान गण्डाला-माजरीकलां सडक़ मार्ग पर तीन मोटरसाइकिलों पर पांच बदमाशों ने आगे बाइक लगाकर कार को रुकवा लिया। बदमाशों ने उन्हें कार से उतारा और तलाशी ली। तलाशी में सुबेसिंह क पास 19 हजार रुपए और संत के पास दो-तीन हजार रुपए मिले, जिन्हें बदमाशों ने ले लिए। इसके बाद बदमाशों ने उनके मुंह पर तौलिया डालकर उन्हें बहरोड़ क्षेत्र में आधा-एक घंटा तक घुमाया।
इसके बाद बदमाश उन्हें नारनौल-झुंझुनूं रोड पर लि गए। यहां बदमाशों ने उनके कपड़े उतरवाकर हाथ बांध कर खड़ा कर दिया और छोडऩे की एवज में दस लाख रुपए की मांग की। दोनों ने जान को खतरा मान नारनौल के पास रिश्तेदारी से दो लाख रुपए मंगवाकर दिए, तब जाकर बदमाश उन्हें जंगल में छोड़ कर फरार हो गए। इसके बाद पीडि़त सुबेसिंह ने थाने में आकर घटना के बारे में पर्चा बयान दिया। इधर, थाना अधिकारी संजय पूनिया ने उनके पास अभी तक इस तरह की किसी घटना की कोई रिपोर्ट नहीं आई। वहीं, पुलिस सूत्रों का कहना है कि मामले की सत्यता आने पर रिपोर्ट दर्ज कर ली जाएगी। समाचार लिखे जाने तक रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई।