सीएचसी के डॉक्टर राजेश लालवानी ने बताया कि इस्माइलपुर गांव निवासी रजनी उम्र 26 वर्ष पत्नी राम अवतार और राजबाला उम्र 22 वर्ष पत्नी वीरेंद्र निवासी इस्माइलपुर को कोरोना संदिग्ध मानते हुए इस्माइलपुर से अलवर के लिए रेफर किया गया था। जहां से उनके सैंपल जांच के लिए जयपुर एसएमएस हॉस्पिटल की लैब में भेजे गए वहां रिपोर्ट में दोनों महिलाओं को स्वाइन फ्लू पॉजिटिव आया है।
दोनों महिलाओं का उपचार जारी है, वहीं स्वाइन फ्लू के बाद गांव में पीएचसी प्रभारी डॉ पंकज शर्मा के निर्देशन में चिकित्सा टीम की ओर से सर्वे किया जा रहा है। इधर, स्वाइन फ्लू पॉजिटिव का इलाज जारी है और एहतियात के तौर पर उनके परिजनों से मिलने नहीं दिया जा रहा।
दोनों महिलाओं का उपचार जारी है, वहीं स्वाइन फ्लू के बाद गांव में पीएचसी प्रभारी डॉ पंकज शर्मा के निर्देशन में चिकित्सा टीम की ओर से सर्वे किया जा रहा है। इधर, स्वाइन फ्लू पॉजिटिव का इलाज जारी है और एहतियात के तौर पर उनके परिजनों से मिलने नहीं दिया जा रहा।
कोरोना : अब तक की जांच पर एक नजर पिछले तीन दिनों से लगातार हर दिन करीब 15 से 16 जनों की सैंपल जांच होकर आती है। अब तक करीब 94 जनों के सैंपल लिए जा चुके हैं। जिनमें से 78 की जांच विवार शाम पांच बजे तक हो चुकी है। जिले के चिकित्सा अधिकारी व प्रशासन के लिए यही राहत भरी खबर है कि अब तक कोई पॉजिटिव नहीं मिला है। इस सिलसिले को बनाए रखने के लिए आमजन के सहयोग की जरूरत है। प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि अनावश्यक लोग बाहर नहीं निकलें। होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्ति पूरी गाइडलाइन का पालन करें। कोई बाहर से आया है तो प्रशासन को अवगत कराकर खुद होम आइसोलेशन में रहे। इसके अलावा आमजन जरूरत के समय मास्क लगाने, बार-बार साबुन पानी से हाथ धोने और सैनेटाइजर का उपयोग करने से कोरोना को मात दी जा सकती है।