इससे पूर्व सुबह मतदाताओं को चौपहिया वाहनों में लाया गया। शहर की सड़कों को चुनावी पर्चों से पाट दिया गया। गाडिय़ों में भरे युवक दिनभर सड़कों पर पर्चे उछालते रहे। इससे शहर का सौन्दर्यीकरण खराब हुआ। लोगों ने युवाओं के इस कृत्य की आलोचना भी की।
पुलिस ने कई बार छात्र नेताओं को समझाया तथा धर्मशाला के आसपास लगाए गए होर्डिंग-बैनरों को हटवाया। चुनाव के दौरान सुबह विवाद का माहौल भी बना। धर्मशाला का नजारा किसी बड़े चुनाव की तरह नजर गया। एक-एक मतदाता की प्रत्याशियों ने मनुहार की। दर्जनों फर्जीमतदाताओं को मतदान से रोका गया।
निर्वाचन अधिकारी ओमप्रकाश ने बताया कि कुल 1024 मतों में से 404 वोट डाले गए। अध्यक्ष पद पर राहुल राघवेन्द्र सिंह को 165, हिम्मतसिंह कसाना को 109, नरेन्द्र कुमार मीना 93, धर्मसिंह मीना पट्टी 22 व धर्मसिंह मीना को 15 मत मिले। वहीं महासचिव पद के लिए फैलीराम मीना को 129 मिले तथा दिनेशकुमार सैनी को 97 मत प्राप्त हुए। 32 मतों से फैलीराम की जीत हुई।
प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए भी मतदान हुआ। इधर, विजयी प्रत्याशियों का समर्थकों ने गुलाल लगाकर व माला पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान युवा कांग्रेस अध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह गुर्जर, रितेश पारीक, चतरसिंह बासड़ा, डॉ. शिव शर्मा, रवि सोनड़ सहित कई युवा नेता मौजूद थे।