बुर्जा से आ रही पेयजल लाइन शहर में बुर्जा से बोरवेल के जरिए पानी पहुंचता है। बीच-बीच में कई जगहों पर पानी की लाइनों में लीकेज कर रखे हैं। कहीं वॉल्व ल्यूज करके पानी बर्बाद किया जा रहा है। कुछ जगहों पर पानी की लाइनों के लीकेज इतने बड़े हो गए हैं कि उससे खेतों में सिंचाई तक हो रही है। एक-दो जगहों पर कपड़े धोने के घाट बन चुके हैं।
उधर, बांध खाली हो रहा सिलीसेढ़ झील से पानी लगातार छोड़ा जा रहा है। सिंचाई के पानी के वितरण की कोई व्यवस्था नहीं है। कोई भी व्यक्ति कहीं से भी नहर के पानी में सेंध लगा रहा है। जिसके कारण झील से लगातार पानी कम हो रहा है। झील के पिछले छोर की तरफ बड़ी दूरी तक झील का पैंदा दिख चुका है। आधे से अधिक झील में नाव का चलना रुक गया है। यहां नाव संचालन कर रहे प्रतिनिधि नरेन्द्र सिंह का कहना है कि आधी झील खाली हो चुकी है। आधे हिस्से में नाव का संचालन इसलिए रोक दिया कि पानी नहीं बचा है। पर्यटकों को निराशा होने लगी है। जिला प्रशासन व जिम्मेदार विभागों के अधिकारियों को असलियत से रूबरू करा दिया है। उसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई हैं।
दिन-रात पानी बह रहा जयसमंद बांध के आसपास कई जगहों पर तो दिन-रात पानी लीकेज हो रहा है। कुछ जगहों पर लोग अपना स्वार्थ पूरा करने के लिए एेसा कर रहे हैं। जिससे हजारों लोगों के घरों तक पीने का पानी नहीं पहुंच रहा है। तभी तो आए दिन पानी को लेकर लोगों को गुस्सा फुट रहा है।
मौका दिखवाकर ठीक कराएंगे एक बार पेट्रोलिंग करा कर मौका दिखवा लेते हैं। जहां भी लीकेज होगा अविलम्ब दुरुस्त कराएंगे। पानी की लाइन में बीच में से कोई लीकेज नहीं कर सकता।
रामजीत सिंह, एक्सईएन, पीएचईडी