उन्होंने कहा कि बाबाओं के खिलाफ साजिश का माहौल बना हुआ है। स्वामी फलाहारी पर जो आरोप लगा है वो अभी साबित होना बाकी है। आरोप तो कोई भी किसी पर लगा सकता है। इधर, मंदिर में आई महिला श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें किसी भी तरह से विश्वास नहीं हो रहा है कि बाबा किसी युवती के साथ एेसा कर सकते हैं। वो पिछले एक दशक से बाबा से जुडी हुई है लेकिन कभी किसी के साथ एेसा होते हुए नहीं देखा।
यह था घटनाक्रम
अलवर के कालाकुआं के समीप स्थित मधुसूदन आश्रम में गत ७ अगस्त को (रक्षाबंधन पर) बिलासपुर की एक युवती आई। युवती के परिवार से बाबा के पारिवारिक संबंध थे। यहां बाबा ने उसे शाम को आश्रम के बेसमेंट में बने कमरे में ठहराया। युवती को उसी दिन शाम को लौटना था, लेकिन बाबा ने उसे अगले दिन जाने की कहकर रोक लिया। देर शाम आश्रम में मौजूद सभी लोगों को बाबा ने नहाने के लिए भेज दिया और युवती को अपने कमरे में बुला लिया और भीतर से कुंडी बंद कर ली। इसके बाद युवती से छेड़छाड़ शुरू कर दी। बाबा ने उसे बड़े-बड़े सपने भी दिखाए और यौन शोषण किया। अचानक हुई इस घटना से युवती घबरा गई।
अलवर के कालाकुआं के समीप स्थित मधुसूदन आश्रम में गत ७ अगस्त को (रक्षाबंधन पर) बिलासपुर की एक युवती आई। युवती के परिवार से बाबा के पारिवारिक संबंध थे। यहां बाबा ने उसे शाम को आश्रम के बेसमेंट में बने कमरे में ठहराया। युवती को उसी दिन शाम को लौटना था, लेकिन बाबा ने उसे अगले दिन जाने की कहकर रोक लिया। देर शाम आश्रम में मौजूद सभी लोगों को बाबा ने नहाने के लिए भेज दिया और युवती को अपने कमरे में बुला लिया और भीतर से कुंडी बंद कर ली। इसके बाद युवती से छेड़छाड़ शुरू कर दी। बाबा ने उसे बड़े-बड़े सपने भी दिखाए और यौन शोषण किया। अचानक हुई इस घटना से युवती घबरा गई।