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मिलिए अलवर के सुपरमैन राहुल से, पहाड़ों पर ऐसे लगाते हैं छलांग, जानकर आप भी दांतो तले अंगुलियां दबा लेंगे

अलवर के राहुल मीणा के स्टंट देखकर आप भी दांतो तले अंगुलियां दबा लेंगे।

अलवरJun 02, 2018 / 02:23 pm

Prem Pathak

मिलिए अलवर के सुपरमैन राहुल से, पहाड़ों पर ऐसे लगाते हैं छलांग, जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे

आपने फिल्मों में कई सुपरहीरो को पहाड़ों पर, बिल्डिंग पर भागते व छलांग लगाते देखा होगा, लेकिन क्या आप अलवर के सुपरमैन को जानते हैं? अगर नही! तो आज हम आपकी मुलाकात अलवर के सुपरमैन से करवाते हैं। इस सुपरमैन का नाम है राहुल मीणा। राहुल पहाड़ों पर ऐसे दौड़ लगाते हैं, जैसे किसी ट्रेक पर दौड़ रहे हों। पहाड़ों पर लंबी छलांग लगाना इनका बचपन से शौक रहा है। राहुल की उम्र 22 साल है। जब वे 10 वर्ष के थे, तभी से इसका अभ्यास कर रहे हैं।
पहले वे केवल शौकिया तौर पर उछल-कूद करते थे। लेकिन अब पार्कर स्टंट उनका पैशन बन चुका है। वे कई फीट लंबी छलांग आसानी से लगा लेते हैं। अभी राहुल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे उनके दोस्त विकास ने शूट किया है। विकास ने इस वीडियो को तैयार करने में काफी मेहतन की है। उन्होंने कई एंगल से शूट कर शानदार वीडियो तैयार किया है।
सोशल मीडिया पर वीडियो देखकर चढ़ा खुमार

राहुल को बचपन से इसका शौक था, लेकिन उन्हें इसका खुमार सोशल मीडिया से चढ़ा। उन्होंने यू-ट्यूब पर वीडियो देखकर इसका अभ्यास करना शुरु किया। इसके बाद वे शरीर में फ्लैक्सिबिलिटी लाने के लिए जिमनास्टिक्स सीखने लगे। वहां कड़ी मेहनत के बाद उनका आत्मविश्वास बढ़ा। इसके बाद बैक फ्लिप सीखने के लिए उन्होंने स्वीमिंग पूल में अभ्यास किया।
काफी अभ्यास व मेहनत के बाद उनमें निपुणता आई, अब वे पहाड़ों पर फ्री स्टाइल रनिंग करते हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर किया अलवर का नाम रोशन

राहुल केवल पहाड़ों पर दौड़ नहीं लगाते बल्की उन्होंने जिमनास्टिक्स राष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान का प्रतिनिधित्व भी किया है। उन्होंने इसी वर्ष की शुरुआत में पंजाब के मोहाली में आयोजित राष्ट्रीय जिमनास्टिक्स प्रतियोगिता में राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया।
स्टंटमैन के रुप में बनाना चाहते हैं करियर

राहुल स्टंटमैन के रुप में अपना करियर बनाना चाहते हैं। उनका सपना है कि वे एड व टीवी में अपने हुनर का प्रदर्शन कर सकें। इसके साथ ही वे राजस्थान पुलिस की तैयारियों में भी जुटे हैं। उनके परिजन पहले इसके लिए राजी नहीं थे, लेकिन जब वे राष्ट्रीय स्तर पर गए तो उन्हें भी लगा कि राहुल कुछ कर सकता है। अब परिजन भी राहुल को सर्पोट करने लगे हैं।
कड़ी दिनचर्या से रहते हैं फीट

राहुल बताते हैं जो वे कर रहे हैं, उसके लिए काफी कड़ी मेहतन करते हैं। राहुल एक निजी स्कूल में जिमनास्टिक्स के कोच हैं। राहुल सुबह 5 से 6.30 तक दौड़ का अभ्यास करते हैं। इसके बाद वे स्कूल जाते हैं। स्कूल से आने के बाद 4.30 से जिमनास्टिक व शारीरिक अभ्यास के लिए स्टेडियम में जाते हैं।
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