करीब २५ दिन से वार्ड की समस्याओं को लेकर नगर परिषद के बाहर धरने पर बैठे पार्षद कपिलराज शर्मा से मिलने मंगलवार शाम करीब चार बजे उसके वार्ड के कुछ महिला-पुरुष पहुंचे। यहां वार्डवासियों ने पार्षद के काफी दिनों से धरने पर बैठे होने के बावजूद सुनवाई नहीं होने पर रोष जताया। इसके बाद उन्होंने समस्या से जिला कलक्टर को अवगत कराने का फैसला किया। यहां से वार्डवासी पार्षद के साथ जिला कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां पार्षद सहित कलक्ट्रेट पहुंचे लोगों ने नारेबाजी की और उत्पात मचाने का प्रयास किया।
इस पर पुलिस पार्षद कपिलराज को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर थाने लाई। उधर, कलक्ट्रेट के सहायक कर्मचारी नरेश चंद शर्मा पुत्र उमाचंद शर्मा ने कोतवाली में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि पार्षद व अन्य लोगों ने कलक्टर के चैम्बर में जबरन घुसने की कोशिश की। जब उन्हें रोकने का प्रयास किया गया तो उन्होंने नरेश की शर्ट के बटन तोड़ जेब फाड़ दिया। उसकी अंगुली बुरी तरह मरोड़ दी। बीच-बचाव कराने पहुंचे कलक्टर के गनमैन सूबेसिंह व ड्राइवर राजेश से भी पार्षद व अन्य ने धक्का-मुक्की की।
उन्होंने गनमैन की वर्दी फाड़ दी। ड्राइवर का हाथ मरोड़ दिया। घटना में ड्राइवर राजेश व सहायक कर्मचारी नरेश के चोटें आई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और पार्षद व उसके साथ आए लोगों को खदेड़ बाहर किया। पुलिस ने सहायक कर्मचारी नरेश शर्मा की रिपोर्ट पर पार्षद सहित ७०-८० अन्य के खिलाफ राजकार्य मंे बाधा व मारपीट का मामला दर्ज किया है।
जारी रहेगा धरना
कांग्रेस जिलाध्यक्ष टीकाराम जूली ने बताया कि पार्षद की गिरफ्तारी के बाद भी शहर की विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से नगर परिषद के बाहर दिया जा रहा धरना जारी रहेगा।
कोतवाली पहुंचे कांग्रेसी, गेट पर रोका
पार्षद कपिलराज शर्मा को थाने लाने की सूचना पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष टीकाराम जूली सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता व पदाधिकारी कोतवाली पहुंंचे। यहां पुलिस ने पहले तो उन्हें कोतवाली के गेट पर ही रोक दिया। बाद में कांग्रेस पदाधिकारियों ने पुलिस उपाधीक्षक जयसिंह नाथावत सहित अन्य पुलिस अधिकारियों से बात की। इसके बाद कांग्रेस जिलाध्यक्ष सहित कुछ कांग्रेस पदाधिकारी अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर से मिले और पार्षद को छोडऩे की मांग की।
यहां बात नहीं बनने पर सभी पदाधिकारी पार्षद के पिता को साथ लेकर जिला कलक्टर के निवास पर पहुंचे और पार्षद को छोडऩे की मांग की। जिला कलक्टर के कानून को अपना काम करने देने की कहने पर सभी पदाधिकारी वापस कोतवाली पहुंचे और पार्षद से मिल धरना स्थल आ गए। इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष जगदीश बेनीवाल, परिषद में नेता प्रतिपक्ष नरेन्द्र मीणा, पीसीसी सदस्य नरेन्द्र शर्मा, पूर्व यूआईटी चेयरमैन प्रदीप आर्य, पवन सैनी, दीपेन्द्र सैनी, जोगेन्द्र कोचर, शीला मीणा, कृष्ण कुमार खण्डेलवाल, हिमांशु शर्मा, नीलेश खण्डेलवाल, प्रदीप सिंह, एसआर यादव सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद थे।
कोतवाली में तैनात रहा पुलिस बल
कांग्रेस कार्यकर्ता व पदाधिकारियों के कोतवाली आने की सूचना पर कोतवाली में पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस उपाधीक्षक सहित शिवाजी पार्क थाना प्रभारी विनोद सामरिया, कोतवाल संदीप शर्मा आदि स्थिति पर नजर बनाए रहे।
पार्षद जनता की मांगों को लेकर कलक्ट्रेट गया था। यह जिला कांग्रेस कमेटी का निर्णय नहीं था, लेकिन कांग्रेस पीछे हटने वाली नहीं है। कांग्रेस का शहर की समस्याओं को लेकर धरना जारी रहेगा।
टीकाराम जूली, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस अलवर
हम जिला कलक्टर को अपनी समस्या बताने गए थे। वहां कलक्टर हमसे मिलने को तैयार नहीं हुए। यह जरूर है कि इस दौरान कुछ वार्डवासियों ने नारेबाजी की। इस पर एएसपी ने उन्हें जबरन खदेड़ दिया और पुलिस पकड़कर थाने ले आई, जो कि गलत है।
कपिलराज शर्मा, पार्षद वार्ड 41
कर्मचारियों के साथ मारपीट करना ठीक नहीं है। पार्षद की मांगे नगर परिषद व यूआईटी संबंधित है। जो कि स्वायत्तशासी संस्थाएं हैं। पूर्व में भी पार्षद व अन्य लोग ज्ञापन देने आए तो उनसे बातचीत कर कार्रवाई कराने की बात कहीं थी।
राजन विशाल, जिला कलक्टर अलवर
पार्षद लोगों के साथ बिना पूर्व सूचना के कलक्ट्रेट पहुंचे और हंगामा कर जबरन जिला कलक्टर के चैम्बर में घुसने का प्रयास करने लगे। वहां मौजूद सहायक कर्मचारी व गनमैन आदि ने समझाइश कर उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने कर्मचारियों केसाथ मारपीट कर अभद्र व्यवहार किया। घटना की सूचना पर पुलिस बुलाई गई। कर्मचारियों के साथ मारपीट करना गलत है। इसकी उन्होंने पुलिस को रिपोर्ट दी है।
महेंद्र मीणा, एडीएम सिटी अलवर
पार्षद व ७०-८० अन्य लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा व सरकारी कर्मचारियों से मारपीट का मामला दर्ज किया गया है। कर्मचारियों का मेडिकल कराया जाएगा। इसके बाद विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
जय सिंह नाथावत, पुलिस उपाधीक्षक शहर अलवर