नए ओवर ब्रिज से वाहनों को उतर कर काली मोरी की तरफ आने व काली मोरी से ओवर ब्रिज की तरफ जाने वाले वाहनों को खासी परेशानी होगी। क्योंकि ओवर ब्रिज के शुरूआत में जगह की कमी है। एेसे मंे ट्रोला व बसों को खासी दिक्कत आएगी।
बैंक कॉलोनी, फ्रैंडस कॉलोनी, हीरा बास, मोती नगर, जनता कॉलोनी, टाइगर कॉलोनी, शिक्षा नगर, साफिया कॉलोनी, मण्डी मोड, मुंगस्का, नेहरू नगर, पुष्प विहार, वीरा गार्डन, राम नगर, विजय नगर व हनुमान चौराहा सहित आसपास के दर्जनों कॉलोनियों में रहने वाले डेढ़ लाख लोगों को आने जाने में खासी परेशानी होगी।
काली मोरी रेलवे फाटक से प्रतिदिन छोटे बड़े करीब ३६ हजार वाहन गुजरते हैं। इसमें बाइक से लेकर बस, ट्रक, ट्रौला सहित सभी तरह के वाहन शामिल हैं। जो मिनटों में फाटक क्रोस करके आते जाते हैं।
रेलवे फाटक बंद होने से रेलवे को फायदा होगा। इस फाटक पर तीन कर्मचारियों की डयूटी रहती है। इनका वेतन बचेगा। इसके अलावा हर माह वाहनों की टक्कर से फाटक टूट जाता है। उसके मरम्मत कराने व फाटक की देखरेख में लाखों रुपए खर्च होते हैं। उसमें बचत होगी व ट्रेनों का संचालन बेहतर होगा।