यह था मामला
अलवर के एमआईए स्थित सहजपुर गांव में कुछ दिन पहले डॉ. बी.आर अम्बेडकर की मूर्ति लगाने को लेकर दलित समुदाय व अन्य समाजों के लोगों में विवाद हुआ था। जिसके बाद हजारों की संख्या में दलित समुदाय के लोग कलक्ट्रेट परिसर में रैली निकालकर ज्ञापन देने पहुंचे थे।
इसके बाद ग्रामीणों ने धरना स्थगित कर दिया। डॉ. अम्बेडकर अत्याचार विरोधी संघर्ष समिति के कोमलचंद जाटव ने बताया कि पुलिस की ओर से जब्त प्रतिमा को सम्मान प्रतिमा स्थल पर लगाने, पुलिस की ओर से समाज के लोगों पर दर्ज मुकदमें वापस लेने, मूर्ति स्थल पर सामुदायिक भवन एवं पार्क के लिए भूमि आवंटन सहित अन्य मांगों को लेकर समाज के लोग प्रतिमा स्थल के समीप धरने पर बैठे थे।
शनिवार को समिति का एक प्रतिनिधिमण्डल भाजपा प्रदेशाध्यक्ष
अशोक परनामी से मिला और ज्ञापन सौंपा। इसके बाद भाजपा प्रदेश मंत्री सहित अलवर ग्रामीण विधायक व भाजपा जिलाध्यक्ष धरना स्थल पहुंचे और ग्रामीणों की जायज मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने धरना स्थगित करने की घोषणा की। समिति के सूरजमल कर्दम ने बताया कि यदि एक माह के भीतर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो फिर से धरना-प्रदर्शन
किया जाएगा।
ग्रामीणों की मांगों से सरकार को अवगत कराया गया है। शनिवार को धरना स्थल पर पहुंच ग्रामीणों से समझाइश की गई। इसके बाद ग्रामीणों ने धरना स्थगित कर दिया। उनकी मांगों को लेकर जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक से बात करेंगे। जो भी नियमानुसार होगा, वह कराया जाएगा।
जयराम जाटव, विधायक अलवर ग्रामीण