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लॉकडाउन का उल्लघंन : मुर्गा बनने की मिली सजा

locationअलवरPublished: Apr 01, 2020 10:36:30 pm

Submitted by:

Kailash

लॉकडाउन का उल्लघंन : मुर्गा बनने की मिली सजा

लॉकडाउन का उल्लघंन : मुर्गा बनने की मिली सजा

लॉकडाउन का उल्लघंन : मुर्गा बनने की मिली सजा


बहरोड़. क्षेत्र के गांव मिलकपुर में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन अब सख्त हो गया है। लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाने के लिए पुलिस प्रशासन को भी जिला कलक्टर ने आदेश दे दिए हैं। जिस पर प्रशासन ने कार्रवाई करते बुधवार को बहरोड़ एसडीएम संतोष कुमार मीणा गश्त पर निकले। गश्त के दौरान बेवजह बाहर घूम रहे गाड़ी चालक को मुर्गा बनाया। साथ ही चालक के माफी मांगने पर उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। वही लॉकडाउन और स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का पालन ना करने वाले लोगों पर पुलिस प्रशासन का डंडा चलता नजर आया। बिना मास्क लगाए किराना की दुकान में सामान लेने आए लोगों पर पुलिस ने डंडा चलाया। गांव मिलकपुर में एक छात्र के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद प्रशासन सख्त हो गया है। जिसके बाद मिलकपुर गांव के आस-पास तीन किलोमीटर तक कफ्र्यू लगा दिया गया है। साथ ही बहरोड़ एसडीएम संतोष कुमार मीणा को 17 सीसी का नोटिस भी दिया गया है, जबकि कोरोना पॉजिटिव छात्र की मां एएनएम को भी नोटिस दिया गया है। प्रशासन की और से दुकानदारों को भी होम डिलेवरी देने के निर्देश दिए गए है। जिससे सड़कों और बाजार में भीड़ नहीं आ पाए।
फोटो बीए०२सीई-
बहरोड़. लॉकडाउन का उल्लघंन करने पर वाहन चालक को मुर्गा बनाते हुए।

अस्पताल में आने वाले मरीज व परिजनों के बीच दिख रही सामाजिक दूरी

बहरोड़. क्षेत्र में कोरोना वायरस की दस्तक के साथ ही अब लोग भी एक दूसरे के पास खड़ा नहीं होना चाहते है। एक ओर जहां कस्बे में सड़कों पर दिनभर सन्नाटा पसरा रहता है वहीं दूसरी ओर गंावों में भी अब लोग एक दूसरे से मिलने के दौरान सामाजिक दूरी अपना रहे है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों ने दूर से ही लोगों को राम राम कर हाल चाल पूछा जा रहा है। वहीं बहरोड़ के सबसे बड़े रेफरल अस्पताल में इन दिनों कोरोना वायरस के कारण ओपीडी में कमी देखने को मिली है। अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि क्षेत्र में कोरोना वायरस की दस्तक के साथ ही अब अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या में कमी देखने को मिल रही है। अस्पताल में सिर्फ आपातकालीन मरीज ही पहुंच रहे है। इनमे भी अधिकतर मरीज खांसी, जुकाम, एलर्जी से पीडि़त है। अस्पताल आने वाले मरीजों व उनके परिजनों को सामाजिक दूरी अपनाने का संदेश दिया जा रहा है। ताकि अगर कोई मरीज या उनके परिजन कोरोना वायरस से संक्रमित हो तो अन्य मरीजों में वायरस नहीं फैले।
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