यहां रह रही करीब ढाई से तीन हजार आबादी वाले परिवारों की मुख्य आजीविका मजदूरी है। दिनचर्या की शुरुआत पानी लाने से होती है। प्रत्येक घरों के महिला-पुरुष सुबह बाल्टी, मटका लेकर निकलते हैं। जब तक पानी की पूर्ति नहीं होती वे पानी ढोते रहते हैं। साइकिल व मोटरसाइकिल से ला रहे दो सौ फीट रोड स्थित इस कॉलोनी के महिला-पुरुषों को फौजी कॉलोनी व मन्ना का रोड की कॉलोनियों की सरकारी टंकियों से पानी लाना पड़ता है। इसके लिए हाइवे क्रॉस करके जाना होता है। इससे वे कई बार वाहनों की चपेट में चुके हैं।
कॉलोनी में अमृत योजना में पानी की लाइन डाली गई है। जलापूर्ति के लिए जल्द कनेक्शन देना शुरू कर दिया जाएगा।
रामजीत सिंह मीना, एक्सईएन, पीएचईडी
रामजीत सिंह मीना, एक्सईएन, पीएचईडी