कांग्रेस को इंदिरा के नाम से उम्मीद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी देश में आयरन लेडी के रूप में विख्यात रही है। पाकिस्तान से युद्ध में भारत को विजय दिलाने के साथ ही पाकिस्तान के टुकड़े कर बाग्लादेश का निर्माण कराया। इस कारण इंदिरा गांधी को देश में कठोर फैसले लेने वाले प्रधानमंत्री के रूप में देखा जाता है। कांग्रेस इस दिन कार्यक्रमों में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का गुणगान कर कार्यकर्ताओं में जोश भरने व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुए अच्छे कार्यों से अवगत करा मतदाताओं का मन जीतने का प्रयास रहेगा।
भाजपा की पटेल के नाम को भुनाने तैयारी पूर्व केन्द्रीय गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को स्वतंत्रता के बाद भारत के एकीकरण का श्रेय जाता है। वहीं स्वतंत्र भारत के पहले गृहमंत्री होने के कारण उन्होंने देशहित में कई अहम फैसले भी लिए। इस कारण पटेल के प्रति देश भर में श्रद्धा भाव है। भाजपा लंबे समय से सरदार पटेल के रियासतों के एकीकरण सहित अन्य निर्णयों का उल्लेख कर उनके नाम को भुनाती रही है। चुनावी माहौल में भाजपा फिर से सरदार पटेल की जयंती पर उनके नाम को भुनाकर मतदाताओं पर प्रभाव डालने की तैयारी में जुटी है। वैसे तो 31 अक्टूबर को सरकारी स्तर पर भी सरदार पटेल की जयंती मनाने एवं रन फॉर यूनिटी समेत अन्य कार्यक्रम होंगे, लेकिन आचार संहिता के चलते इस बार राजनीतिक दलों की एेसे कार्यक्रमों में भागीदारी कम रहने की उम्मीद है।