बदमाश जिस समय योगेश ज्वेलर्स शोरुम पर वारदात को अंजाम देने पहुंचे तो इत्तेफाक से उस वक्त ज्वेलर कैलाशचंद शर्मा की पत्नी शारदा देवी और पुत्र योगेश भी शोरुम पर मौजूद थे। शारदा देवी ने बातचीत में बताया कि बदमाश फिल्मी अंदाज में शोरुम के दरवाजे को धक्का मारकर अंदर घुसे। वह बदमाशों को देख उनके मंसूबों को भांप गई। बदमाशों ने हथियार दिखा एक बैग उनके पति और बेटे की तरफ फेंक दुकान में रखे सारे जेवरात बैग में डालने को कहा और फायरिंग कर दी। हालात भांप उसने बदमाशों को बातों में उलझाने की कोशिश की कि भैया आप ये सब क्यों कर रहे हो जो चाहिए ले जाओ, हम दे देंगे। इस पर भी बदमाशों का रुख नरम नहीं पड़ा और उन्होंने पिस्टल से उसके पति और बेटे पर फायरिंग कर दी, जिससे दोनों गिर पड़े। पति व बेटे पर गोली चलती देख उसमें अनायास ही साहस आया। उसने फायर रोकने की कह एक बदमाश की पिस्टल पकड़ ली और उससे उलझ गई। संघर्ष में बदमाश के हाथ पर काटा और उससे पिस्टल छीन ली।
हिम्मत देख पति और बेटा भी भिड़ गए बदमाशों से संघर्ष कर रही शारदा को देख पति व बेटा भी खड़े हो गए और हिम्मत दिखाते हुए बदमाशों से भिड़ गए। तीनों ने हिम्मत दिखाते हुए बदमाशों को दुकान से बाहर धकेल दिया। इसके बाद बचने के लिए दौडक़र पड़ोस की दुकान में घुस गए।
एक बार तो बौखलाए फिर फायरिंग कर दी शोर-शराबा सुनकर आसपास के दुकानदार एकत्रित हो गए। ये देख एक बार तो बदमाश बौखला गए। अपने आप को घिरता देख दूसरे बदमाश ने अपनी पिस्टल कैलाशचंद व पड़ोसी दुकानदार दामोदर के पैर गोलियां दाग दी। लोगों ने बदमाशों को रोकने की कोशिश करते हुए उनकी कार पर पत्थर मारे, लेकिन बदमाश फायरिंग करते हुए भागने में कामयाब रहे।