आज के बदलते युग में बेटियां बेटो से कहीं भी पीछे नहीं है, इसका ताजा उदहारण पेश कर रही है अलवर की बेटियां। अलवर की यह एथलिट सुबह-शाम ट्रैक पर पसीना बहा रही है। अलवर के राजर्षि खेल मैदान पर सुबह 5 बजे से इनकी टैनिंग शुरु हो जाती है। यहां 6 वर्ष की धावक भी ट्रेनिंग लेने आती है।
आज के बदलते युग में बेटियां बेटो से कहीं भी पीछे नहीं है, इसका ताजा उदहारण पेश कर रही है अलवर की बेटियां। अलवर की यह एथलिट सुबह-शाम ट्रैक पर पसीना बहा रही है। अलवर के राजर्षि खेल मैदान पर सुबह 5 बजे से इनकी टैनिंग शुरु हो जाती है। यहां 6 वर्ष की धावक भी ट्रेनिंग लेने आती है।