आईपीएस मोनिका सेन को एएसआई राजाराम यादव ने केसरगंज रावण की बगीची इलाके में चकलाघर संचालित किए जाने की सूचना दी। सूचना पर आईपीएस मोनिका सैन ने रावण की बगीची क्षेत्र में रहने वाली महिला के घर पर सिपाही सूर्यप्रकाश को बोगस ग्राहक बनाकर भेजा।
सूर्यप्रकाश से सौदाबाजी का इशारा मिलते ही एएसपी मोनिका सैन ने पुलिस जाप्ते के साथ दबिश दी। दबिश में पुलिस ने धूरी नामक महिला दलाल महिला और दो अन्य महिला को पकड़ा। यहां से श्रीनगर बालक का दड़ा निवासी बाबूलाल कहार को कमरे से पकड़ा।
पुलिस ने चारों के खिलाफ पीटा एक्ट की कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की कार्रवाई में एएसआई राजाराम, सिपाही सूर्यप्रकाश, मोहन सिंह, रईसुद्दीन और महिला कांस्टेबल खेमीदेवी शामिल थे। पन्दह साल से थी सक्रिय
महिला दलाल धूरी शहर के रिहायशी इलाके में देहव्यापार के गोरखधंधे की भी धूरी बनी हुई थी। वह पन्द्रह साल से सक्रिय है। उसको पन्द्रह साल पहले भी पीटा एक्ट में पकड़ा जा चुका है। तब से वह जगह बदल-बदल कर ग्राहकों तक युवतियों को सप्लाई करने के साथ अपने घर में चकलाघर चलाती है। इसके बदले उसको 200 से एक हजार रुपए तक का कमीशन मिलता था।
वाट्सएप और फोन पर बुकिंग पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में धूरी वाट्सएप और मोबाइल कॉल के जरिए बुकिंग करती थी। नियमित ग्राहक की मांग पर वह युवतियों को शहर के बाहर भी भेजती थी। पकड़ी गई युवतियों में दिल्ली हाल बोराज रोड और मेयो लिंक रोड क्षेत्र में पर रहने वाली है।
जरूरतमंद युवतियां का इस्तेमाल प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि महिला दलाल धूरी के सम्पर्क में शहर की 15 से 20 युवतियां है। जो घर से मजदूरी पर जाने के लिए कहकर निकलती है। इसके बाद सीधे धूरी के रावण की बगीजी स्थित मकान पर पहुंच जाती है। धूरी चार मकान के कमरे में चकलाघर संचालित कर रही थी।