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अंबाला

इमरजेंसी में स्टेयरिंग थामने वालों की जान जोखिम में

यूपी गए सैकड़ों चालक-परिचालक सेल्फ आइसोलेशन मेंकेवल घोषणा तक सीमित रहा इंसेटिवजेब से डलवाया बसों में डीजल न मिला खाना

अंबालाApr 02, 2020 / 07:17 pm

Chandra Prakash sain

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चंडीगढ़. इमरजेंसी के दौरान स्टेयरिंग थामकर राजधानी दिल्ली से उत्तर प्रदेश में जाने वाले हरियाणा रोडवेज के सैंकड़ों बस चालक व परिचालक सेल्फ आइसोलेशन में चले गए हैं। जान जोखिम में डालकर बसें चलाने वाले यह चालक वापस तो लौट आए हैं लेकिन डयूटी के दौरान न तो यूपी सरकार ने इनकी सुनी और न ही हरियाणा सरकार अपने किए हुए वादे पर खरी उतरी। लिहाजा हरियाणा के चालकों को उत्तर प्रदेश में जाकर कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
तालाबंदी के दौरान पिछले सप्ताह हरियाणा समेत कई राज्यों से प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू हो गया था और लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर दिल्ली में जमा हो गए थे। स्थिति को काबू करने के लिए सरकार ने दिल्ली में जुटे लोगों को उनके पैतृक राज्यों में भेजा। जिसके लिए हरियाणा के विभिन्न जिलों से करीब साढे आठ सौ बसों को दिल्ली भेजा गया था। इनमें से 700 बसों को उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुज्जफरनगर, मुरादाबाद, समेत कई जिलों में भेजा गया।
यूपी सरकार ने रोडवेज के चालक-परिचालकों को 1000-1000 रुपये इनसेंटिव राशि देने की बात कही थी। वहीं सभी बसों में 95-95 लीटर डीजल भी यूपी सरकार को ही डलवाना था। हरियाणा से यूपी गए चालकों की मानें तो यूपी सरकार ने केवल उन्हीं बसों में डीजल भरवाया जो गोरखपुर गई थी। अन्य बसों में चालकों ने अपनी जेब से डीजल भरवाया था। नब्बे फीसदी कर्मचारियों को अभी तक इंसेटिव भी नहीं मिला है। लॉकडाउन के चलते घोषणा के बावजूद यूपी सरकार ने कर्मचारियों के खाने आदि की भी कोई व्यवस्था नहीं की। बसों में सौ-सौ यात्रियों को भर दिया गया। जिससे चालकों में संक्रमण का खतरा पैदा हो गया है।
हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष इंद्र सिंह बधाना के अनुसार वापस आने पर केवल रोहतक व झज्जर के चालकों-परिचालकों का मेडिकल किया गया है। बहुत सी बसें ऐसी थी जिन्होंने सेनेटाइजेशन के बगैर एक से अधिक चक्कर लगाए हैं। उन्होंने बताया कि सरकार की अनदेखी के चलते सैकड़ों कर्मचारी सेल्फ आइसोलेशन में चले गए हैं। नब्बे प्रतिशत कर्मचारियों को इनसेंटिव भी नहीं मिला। यूनियन इस बारे में सरकार से बात करेगी।
बाक्स—
इन जिलों से यूपी गई थी बसें
जिला का नाम बसों की संख
रोहतक 100
सोनीपत 153
पानीपत 075
फरीदाबाद 125
गुरूग्राम 100
पलवल 075
नूंह 075
झज्जर 125
रेवाड़ी 100
जींद 034

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