scriptतस्कर डाल-डाल तो पुलिस पात-पात | Smugglers use new method but can not decevie police | Patrika News

तस्कर डाल-डाल तो पुलिस पात-पात

locationअंबालाPublished: Feb 10, 2020 06:20:39 pm

Submitted by:

Yogendra Yogi

( Hariyana News ) तस्कर तस्करी के लिए नित नई तरकीबें ( Smugglers use new method ) आजमाते रहते हैं। इस बार तस्करी के लिए भगवान का सहारा लिया गया किन्तु पुलिस की तेज-तर्रार निगाहों से नहीं बच ( Smugglers can not deceive police ) सका। अंबाला पुलिस ने धार्मिक तस्वीरों की आड़ में तस्करी के गांजे की बड़ी खेप बरामद की है।

तस्कर डाल-डाल तो पुलिस पात-पात

तस्कर डाल-डाल तो पुलिस पात-पात

अंबाला: ( Hariyana News ) तस्कर तस्करी के लिए नित नई तरकीबें ( Smugglers use new method ) आजमाते रहते हैं। इस बार तस्करी के लिए भगवान का सहारा लिया गया किन्तु पुलिस की तेज-तर्रार निगाहों से नहीं बच ( Smugglers can not deceive police ) सका। अंबाला पुलिस ने धार्मिक तस्वीरों की आड़ में तस्करी के गांजे की बड़ी खेप बरामद की है। एसटीएफ की अंबाला यूनिट ने इस संबंध मोरिंडा के वार्ड 9 संत नगर वासी दर्शन सिंह को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से 29 किलो 700 ग्राम गांजा बरामद किया है। जिसकी अन्तरराष्ट्रीय कीमत लाखों रूपए बताई गई है। एसटीएफ को सूचना अवैध मादक पदार्थ की तस्करी की सूचना मिली थी, जिस पर पुलिस ने नेशनल हाइवे पर कैंट अनाज मंडी के समीप कार से गांजा बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी दर्शन सिंह गांजा लेकर समालखा से पंजाब जा रहा था।

पुलिस की आंखों में धूल झौंकने की कोशिश
पुलिस की आंखों में धूल झौंकने के लिए उसने गांजे को धार्मिक तस्वीरों के फ्रेम में भर रखा था। पुलिस ने कार में रखी तस्वीरों के फ्रेम खोले तो एकबारगी दंग रह गई। धार्मिक तस्वीरों की आड़ में उनमें गांजा भरा हुआ था। पुलिस के मुताबिक पिछले करीब पांच साल से आरोपी इस अवैध कारोबार में लिप्त है। इससे पहले भी वह पुलिस द्वारा १६ किलो गांजे के साथ पकड़ा जा चुका है। दर्शन सिंह जल्दी पैसा कमाने के लिए लालच में इस काले कारोबार में शामिल हुआ।

गांजे से अवैध कमाई से कार व मकान खरीदा
गांजे सप्लाई की बदौलत ही उसने कार खरीदी और मकान बनवा लिया। उसके दो बेटियां और एक बेटा है। वह समालखा से गांजा लाकर तगड़ी कमाई करता था। उसने पुलिस को बताया कि किसी को तस्करी पर शक न हो इसीलिए उसने धार्मिक तस्वीरों का सहारा लिया। इससे पहले भी वह कई बार इन तस्वीरों की आड़ में गांजा सप्लाई कर चुका है। उसने धार्मिक तस्वीरें बनवा रखी हैं। ये तस्वीरें अंदर से खोखली हैं। तस्वीर के पीछे खाली जगह गांजा भरने के काम आती है। फ्रेम में सामने की तरफ सामान्य की तरह फोटो लगे थे और पीछे गत्ते लगाए थे। असलियत में फोटो व पीछे लगे गत्ते के मध्य काफी बड़ा गैप बनाकर रखा था। इसी गैप में वह पॉलिथीन में डालकर गांजा भर देता था। तस्वीरों को कार की आगे-पीछे की सीटों व डिग्गी में सिलसिलेवार लगा देता था।

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