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हरियाणा के साथ जुडे हैं मुनिश्री तरुण सागर जी महाराज के यह यादगार किस्से

locationअंबालाPublished: Sep 01, 2018 09:06:57 pm

Submitted by:

Prateek

मुनिश्री तरुण सागर जी महाराज के कड़वे प्रवचनों के रसपान करने का मौका एक बार हरियाणा विधानसभा के सभी सदस्यों, अधिकारियों को मिला था…

taraun sagar ji file photo

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(चंडीगढ़): मुनिश्री तरुण सागर जी महाराज को चंडीगढ़ बहुत प्रिय था। वे यहां चतुरमास भी कर चुके हैं और इस दौरान चंडीगढ़ के लोग उन्हें अपने बीच पाकर बेहद अभिभूत हुए थे। मुनिश्री से जुड़ी दो बड़ी घटनाओं को चंडीगढ़ हमेशा याद करेगा। ये दो घटनाएं राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों का हिस्सा बनी थीं।


मुनिश्री तरुण सागर जी महाराज के कड़वे प्रवचनों के रसपान करने का मौका एक बार हरियाणा विधानसभा के सभी सदस्यों, अधिकारियों को मिला था। वे अगस्त 2016 में उसी हरियाणा विधानसभा सदन के भीतर कड़वे प्रवचन करके गए थे, जिस सदन में पक्ष और विपक्ष आपस में टकराते रहे हैं लेकिन, मुनिश्री के प्रवचनों के मौके पर दोनों पक्ष न केवल मौजूद रहे बल्कि उनका आशीर्वाद भी लिया था। किसी भी विधानसभा सदन के भीतर किसी संत के प्रवचन करना अपने आप में पहली घटना थी। उस दौरान उन्होंने अपने चिरपरिचित अंदाज में समाज से जुड़े मुद्दों को छूते हुए जनप्रतिनिधियों को उनके दायित्व व कर्तव्यों की याद दिलाई थी।

 

इस ठहाके को आज भी याद करता है सदन

अपने कड़वे प्रवचन के दौरान जैन मुनि ने कहा था कि दुनिया संतो को याद रखती है पर जिन्हें संत याद रखते हैं वे भाग्यशाली हैं। उन्होंने कहा था कि जिनके यहां बेटियां न हों, उन्हें चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं होना चाहिए। इस पर सदन में कानून बनना चाहिए। आगे उन्होंने यह कहते हुए सबको हंसा दिया था कि इस कानून से मुख्यमंत्री मनोहरलाल और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (दोनों अविवाहित) से अलग रखा जाए। फिर उन्होंने गंभीर होकर कहा कि समाज तय करे कि जिन घरों में बेटियां नहीं, उन घरों में अपनी बेटियां नहीं देंगे।


जब संगीतकार विशाल ददलानी ने कान पकड़ कर मांगी थी माफी

दूसरी बड़ी घटना मशहूर संगीतकार व आप के नेता रहे विशाल ददलानी और तहसीन पुनेवाला से जुड़ी है। दोनों पर एक बार जैन मुनि तरुण सागर जी महाराज पर अभद्र टिप्पणियां करने का आरोप लगा था तो पूरा जैन समाज इससे बेहद नाराज हो गया था। डडलानी और पूनावाला से निजी रूप से पेश होकर माफी मांगने के लिए आंदोलन खड़ा कर दिया गया । बाद में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने तुरंत जैन मुनि जी से चंडीगढ़ में मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम के लिए माफी भी मांगी थी। अंबाला की अदालत में डडलानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज तक हो गई थी।


मामला बढ़ता देख जहां विशाल ददलानी ने राजनीति करने से तौबा कर ली वहीं आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्री सतेंद्र जैन ने तुरंत ट्वीट कर अलग से माफी मांगी थी। उनके माफीनामे का आहत जैन समाज पर कोई असर नहीं पड़ा तो डडलानी ने जैन मुनि को ई-मेल कर माफी मांगी। जैन समाज शुरु से चाहता था कि डडलानी निजी तौर पर चंडीगढ़ आकर जैन मुनि तरुण सागर जी महाराज से माफी मांगे और डडलानी आखिरकार चंडीगढ़ आए और पूरे समाज के सामने कान पकड़ कर माफी मांगी थी।

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