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इस जिला अस्पताल में वार्ड ब्वाय के जिम्मे है मरीजों का इलाज, डॉक्टर करते हैं मौज

locationअम्बेडकर नगरPublished: Sep 21, 2018 05:55:58 pm

Submitted by:

Ruchi Sharma

इस जिला अस्पताल में वार्ड ब्वाय के जिम्मे है मरीजों का इलाज, डॉक्टर करते हैं मौज

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इस जिला अस्पताल में वार्ड ब्वाय के जिम्मे है मरीजों का इलाज, डॉक्टर करते हैं मौज

अम्बेडकर नगर. जिला अस्पताल में लगातार स्वास्थ्य सेवाओं में की जा रही लापरवाही सामने आ रही है और यहां स्वास्थ्य महकमे में बैठे लोग स्वास्थ्य सेवाओं को पलीता लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। नया मामला अंबेडकर नगर के जिला अस्पताल में फिर मीडिया के कैमरे में कैद हुए है, जहां पर इमरजेंसी में आए मरीजों का इलाज वार्ड ब्वॉय और सफाई कर्मी करते हुए दिखाई पड़े हैं।
डॉक्टर हैं नदारद और वार्ड ब्वाय लगा रहे हैं टांका

जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जहां पर बने प्रथम उपचार कक्ष में मरीजों का इलाज बिना डॉक्टर की मौजूदगी में वार्ड ब्वॉय और जिला अस्पताल में तैनात सफाई कर्मी करते कैमरे में कैद हुए हैं। यहां पर प्रथम उपचार कक्ष में मरीजों को बाकायदा टांका और मरहम पट्टी वार्ड बॉय और सफाईकर्मी करते दिख रहे हैं। यह कोई आज ही का मामला नहीं है। ऐसा इस अस्पताल में अक्सर देखने को मिलता है, जो कहीं ना कहीं मरीजों के जिंदगी के साथ खिलवाड़ है। इमरजेंसी में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों के बारे में जानकारी करने पर पता चला कि डॉक्टर साहब अस्पताल के ही किसी एसी वाले कक्ष में आराम फरमा रहे हैं। इन तस्वीरों को देखने के बाद स्वास्थ्य महकमे पर कई सवाल खड़े होने लगे हैं।

दो दिन पहले ऐसी ही तस्वीर जिला अस्पताल से निकल कर आई थी, जिसमें एक वृद्ध महिला के पैर में प्लास्टर लगा कर डॉक्टरों ने अस्पताल के बाहर कर दिया था और महिला जमीन पर घंटों दर्द से तड़पती रही। हालांकि मीडिया के हस्तक्षेप के बाद महिला को अस्पताल के वार्ड में भर्ती करा दिया गया था, लेकिन जिस तरीके से लगातार अस्पताल की लापरवाही सामने आ रही हैं, उससे कहीं ना कहीं यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि मरीजों के साथ किस तरह से खिलवाड़ किया जा रहा है।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की नजर में ये है सामान्य बात

इस पूरे मामले में जब सीएमएस डॉ. एसपी गौतम से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। ड्यूटी पर इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर के बचाव में सफाई देते हुए उन्होंने कहाकि कभी-कभी मरीजों की संख्या ज्यादा हो जाती है, जिसकी वजह से डॉक्टरों के साथ वार्ड ब्वॉय को भी काम करना पड़ता है, लेकिन सीएमएस के इस बयान ने एक बात तो साफ कर दी है कि हो चाहे जो भी मरीजों का इलाज वार्ड ब्वॉय और सफाई कर्मी नियम विरुद्ध ढंग से करते रहेंगे।
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