तहसील दिवस में फरियाद लेकर पहुंचे किसान
टाण्डा विकासखंड क्षेत्र के दी किसान, जिन्होंने मई 2017 में अपना गेंहू साधन सहकारी समिति को बेचा था, तभी उनका बैंक खाता लेकर उन्हें आश्वस्त किया गया था कि दूसरे दिन ही उनके गेंहू का मूल्य बैंक खाते मर पहुंच जाएगा। तब से लेकर आज तक लगभग 6 माह बीत जाने के बाद भी उनके खाते में पैसा नहीं पहुंचा।
टाण्डा विकासखंड क्षेत्र के दी किसान, जिन्होंने मई 2017 में अपना गेंहू साधन सहकारी समिति को बेचा था, तभी उनका बैंक खाता लेकर उन्हें आश्वस्त किया गया था कि दूसरे दिन ही उनके गेंहू का मूल्य बैंक खाते मर पहुंच जाएगा। तब से लेकर आज तक लगभग 6 माह बीत जाने के बाद भी उनके खाते में पैसा नहीं पहुंचा।
मामला टाण्डा विकास खंड क्षेत्र में स्थापित साधन सहकारी समिति औरंगाबाद का है। इस सहकारी समिति पर पास के ही गांव कटारिया के किसानों ने अपना गेंहू बेंचा था, लेकिन 6 माह बाद भी न तो उनके खाते में पैसा गया और न ही उन्हें नकद ही भुगतान किया गया। तहसील दिवस में शिकायत करने पहुंचे किसान सभाजीत वर्मा और रामकरण ने वहां मौजूद मुख्य विकास अधिकारी से अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि साधन सहकारी समिति की तरफ से उन्हें पिछले 6 माह से लगातार झूठे वादे करके उन्हें दौड़ाया जा रहा है। राम करन ने बताया कि अब सहकारी समिति की तरफ से यह कहा जा रहा है कि जिस खाते से भुगतान किया जाना था, उसे विभाग ने सील कर दिया है, इसलिए अब भुगतान नही हो पायेगा और मजबूरन उन्हें शिकायत करने आना पड़ा है।
सीडीओ ने दिया जांच के आदेश
तहसील दिवस में सुनवाई करने पहुंचे अम्बेडकर नगर के मुख्य विकास अधिकारी ने किसानों की समस्या को सुनने के बाद इसकी जांच का आदेश दे दिया है और शीघ्र ही किसानों के गेंहू का बकाया भुगतान का भी निर्देश दिया है। किसान सभाजीत वर्मा ने बताया कि साधनसहकारी समिति औरंगाबाद से दर्जनों किसान ऐसे पीड़ित हैं, जिनका गेंहू का भुगतान आज तक नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि इस समिति से लगभग 6 ट्रक गेंहू यहां के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा गायब कर दिया गया है, जिसकी वजह से बहुत से किसानों का भुगतान नही हो किया गया है।
तहसील दिवस में सुनवाई करने पहुंचे अम्बेडकर नगर के मुख्य विकास अधिकारी ने किसानों की समस्या को सुनने के बाद इसकी जांच का आदेश दे दिया है और शीघ्र ही किसानों के गेंहू का बकाया भुगतान का भी निर्देश दिया है। किसान सभाजीत वर्मा ने बताया कि साधनसहकारी समिति औरंगाबाद से दर्जनों किसान ऐसे पीड़ित हैं, जिनका गेंहू का भुगतान आज तक नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि इस समिति से लगभग 6 ट्रक गेंहू यहां के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा गायब कर दिया गया है, जिसकी वजह से बहुत से किसानों का भुगतान नही हो किया गया है।