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बेटी पैदा करना एक महिला के लिए बना अभिशाप, अपने पति, सास और ससुर पर लगाया गंभीर आरोप

locationअम्बेडकर नगरPublished: Apr 05, 2019 10:29:05 am

अम्बेडकर नगर में कांग्रेस पार्टी के जिला उपाध्यक्ष की बहू ने अपने पति, सास और ससुर पर ऐसा गंभीर आरोप लगाया है

ambedkar nagar

बेटी पैदा करना एक महिला के लिए बना अभिशाप, अपने पति, सास और ससुर पर लगाया गंभीर आरोप

अम्बेडकर नगर. सरकार इन दिनों बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और महिला सुरक्षा के बड़े बड़े दावे तो करती है और विपक्ष के रूप में महिला सुरक्षा को लेकर कांग्रेस पार्टी भी सरकार पर लगातार हमले बोल रही है, लेकिन अम्बेडकर नगर में कांग्रेस पार्टी के जिला उपाध्यक्ष की बहू ने अपने पति, सास और ससुर पर ऐसा गंभीर आरोप लगाया है, जो मानवता को शर्मसार करने वाली है। कांग्रेस उपाध्यक्ष की बहू को बेटी पैदा करने की ऐसी सजा मिली कि उसकी जिंदगी नर्क बन गई है और अब ये महिला अब न्याय पाने के लिए अधिकारियों से लेकर न्यायालय तक का दरवाजा खटखटाने के बाद मजबूर होकर अपने पति के घर के बाहर सड़क पर बैठ कर धरना देने को मजबूर हो गई है। इसके बाद भी जब कोई बात नही बनी तो अब यह महिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है और मदद न मिलने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है।

 

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पांच साल बाद महिला पहुंची पति के घर, सड़क पर बैठी धरने पर

जिले के टांडा कस्बे के रहने वाले शिव प्रकाश गुप्ता जो कांग्रेस पार्टी के जिला उपाध्यक्ष हैं, इनके लड़के की शादी सिद्धार्थ नगर जिले में 2013 में प्रीति गुप्ता से हुई थी। शादी के बाद यह महिला अपने ससुराल में रही और इसी दौरान वह गर्भवती हुई तो उसे मायके भेज दिया गया, जहां उसने एक बेटी को जन्म दिया। आरोप है कि बेटी को जन्म देना ही अब इस महिला के लिए अभिशाप बन गया है। बेटी के जन्म के बाद से ही चार साल से महिला का पति या उसके ससुर ने सारे रिश्ते तोड़ लिए।

न्यायालय के आदेश को भी नही मानता कांग्रेस का यह नेता

इस महिला ने आरोप लगाया है कि मजबूर होकर अपने और अपनी बेटी के भरण पोषण के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया, जहां से महिला के हक में भरण पोषण के लिए पांच हजार रुपये महीना देने का आदेश पारित हुआ, लेकिन 2017 से पारित इस आदेश के बाद भी महिला को आजतक उसके पति या ससुर ने एक रुपये भी नही दिया। मजबूर होकर यह महिला अपनी माँ के साथ अपने ससुराल पहुंच गई और पहले तो घर मे घुसने की कोशिश की, लेकिन जब घर मे नही घुसने पाई तो बाहर सड़क पर ही बैठकर न्याय की गुहार लगाने लगी। मौके पर पुलिस पहुंच कर समझाने का प्रयास किया और बहला फुसलाकर वहां से महिला को हटा दिया। अब यह महिला अपने पति, सास और ससुर के अत्याचार के खिलाफ उत्पीड़न करने, भरण पोषण न देने और घर मे न रहने देने को लेकर प्रशासन से एक बार फिर मदद मांगी है और मदद न किये जाने की दशा में अपनी बेटी के साथ 14 अप्रैल को आत्मदाह करने की धमकी दी है। एसडीएम टांडा महेंद्र पाल सिंह ने पीड़िता के आवेदनपत्र को पुलिस विभाग के महिला सेल को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेज दिया है।

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