पांच साल बाद महिला पहुंची पति के घर, सड़क पर बैठी धरने पर
जिले के टांडा कस्बे के रहने वाले शिव प्रकाश गुप्ता जो कांग्रेस पार्टी के जिला उपाध्यक्ष हैं, इनके लड़के की शादी सिद्धार्थ नगर जिले में 2013 में प्रीति गुप्ता से हुई थी। शादी के बाद यह महिला अपने ससुराल में रही और इसी दौरान वह गर्भवती हुई तो उसे मायके भेज दिया गया, जहां उसने एक बेटी को जन्म दिया। आरोप है कि बेटी को जन्म देना ही अब इस महिला के लिए अभिशाप बन गया है। बेटी के जन्म के बाद से ही चार साल से महिला का पति या उसके ससुर ने सारे रिश्ते तोड़ लिए।
न्यायालय के आदेश को भी नही मानता कांग्रेस का यह नेता
इस महिला ने आरोप लगाया है कि मजबूर होकर अपने और अपनी बेटी के भरण पोषण के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया, जहां से महिला के हक में भरण पोषण के लिए पांच हजार रुपये महीना देने का आदेश पारित हुआ, लेकिन 2017 से पारित इस आदेश के बाद भी महिला को आजतक उसके पति या ससुर ने एक रुपये भी नही दिया। मजबूर होकर यह महिला अपनी माँ के साथ अपने ससुराल पहुंच गई और पहले तो घर मे घुसने की कोशिश की, लेकिन जब घर मे नही घुसने पाई तो बाहर सड़क पर ही बैठकर न्याय की गुहार लगाने लगी। मौके पर पुलिस पहुंच कर समझाने का प्रयास किया और बहला फुसलाकर वहां से महिला को हटा दिया। अब यह महिला अपने पति, सास और ससुर के अत्याचार के खिलाफ उत्पीड़न करने, भरण पोषण न देने और घर मे न रहने देने को लेकर प्रशासन से एक बार फिर मदद मांगी है और मदद न किये जाने की दशा में अपनी बेटी के साथ 14 अप्रैल को आत्मदाह करने की धमकी दी है। एसडीएम टांडा महेंद्र पाल सिंह ने पीड़िता के आवेदनपत्र को पुलिस विभाग के महिला सेल को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेज दिया है।