अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के संघतिया निवासी हरिश्चन्द्र उर्फ टुनटुन की पिटाई का एक वीडियो दो दिन पूर्व वायरल हुआ था, जिसमें टुनटुन को बेरहमी से पीटा जा रहा था और उसके घर की एक महिला लगातार इन पुलिस कर्मियों के सामने गिड़गिड़ा रही थी। हाथ जोड़ कर रहम की भीख मांग रही थी, लेकिन इन पुलिस कर्मियों को इस महिला पर भी रहम नहीं आई और उसे भी धक्का दे दिया। युवक को पीटते हुए पुलिस कोतवाली लाकर रातभर बैठाए रही।
इस लिए पुलिस ने पीटा था बेकसूर को
इस युवक टुनटुन का कसूर सिर्फ इतना था कि वह पड़ोस के एक झगड़े में बीच बचाव करने चला गया था। यह वीडियो वायरल होने के बाद कार्यवाही की मांग के बीच एसपी द्वारा दो सिपाहियों को निलंबित कर होमगार्ड को जेल भेजने का दावा किया गया, लेकिन जब पीड़ित आज मीडिया के सामने आया तो पुलिस की सारी करतूतों की पोल खुल गयी। पुलिस विभाग द्वारा सिपाहियों को बचाने के लिए टुनटुन द्वारा इन पुलिस कर्मियों के विरुद्ध दी गयी तहरीर ही दबाव बना कर बदल दी गयी।
प्रभारी निरीक्षक ने दबाव बनाकर बदलवा दी तहरीर कोतवाली प्रभारी लल्लन यादव ने पीड़ित को कोतवाली के एक कमरे में ले जाकर मनमाफिक तहरीर लिख कर पीड़ित से हस्ताक्षर करवा लिया और धमकाया भी। इतना ही नहीं तहरीर में पीड़ित को शराब के नशे में दिखा दिया गया। खुद के द्वारा तैयार तहरीर पर होमगार्ड के विरुद्ध मामूली धाराओं में सिर्फ एनसीआर दर्ज कर जेल भेज दिया। पुलिस के इस अत्याचार के बाद पीड़ित दहशत में है ।
पुलिस द्वारा खुद लिखी गयी तहरीर में पीड़ित को शराबी बताया गया है। जबकि घटना स्थल पर मौजूद पीड़ित की माँ का आरोप है कि मौके पर पहुंचे सिपाही और होमगार्ड खुद शराब के नशे में थे और मै बेटे की पिटाई देख रोती और गिड़गिड़ाती रही लेकिन फिर भी पुलिस वाले शराब के नशे में पीटते रहे।