खुले आम बस के चालक व परिचालक की हुई पिटाई लखनऊ से अकबरपुर आने वाली प्राइवेट बस में जिला मुख्यालय पर ट्रैफिक विभाग में तैनात एक दीवान अपने परिवार के साथ सवार हुआ रास्ते में बस के परिचालक ने दीवान ( सिपाही ) से किराए की मांग करने लगा सिपाही ने अपनी धौस जमाते हुए परिचालक को किराया देने से मना कर दिया जिसके बाद बस चालक और परिचालक दोनों मिलकर सादे लिबाज में सफर कर रहे सिपाही को बस से नीचे उतर जाने की बात कहने लगे। दोनों के बीच वाद-विवाद होता रहा और कुछ समय बाद जब बस अकबरपुर पुराने तहसील तिराहे के पास आकर रुक गई, फिर क्या था बस में सवार सिपाही ने तहसील तिराहे पर तैनात सिपाहियों को बुला लिया और बस चालक और परिचालक को सरेआम पीटने लगे।
मोबाइल में कैद हुआ वीडियो पूरा मामला स्थानीय लोगों के मोबाइल में कैद होता गया और गुस्से से लाल सिपाहियों और होमगार्डों ने चालक और परिचालक का गिरेबान पकड़कर सरेआम खींचते हुए कुछ दूर तक ले गए, लेकिन आम लोगो द्वारा की जा रही रिकार्डिंग को देखकर उनके गिरेबान से अपना हाथ हटा लिया। मामला अकबरपुर कोतवाली पहुंचा लेकिन तब तक मीडियाकर्मी भी कोतवाली पहुंच चुके थे। सीओ सिटी ने बताया कि मारपीट के मामले में अभद्रता की तस्वीरे प्राप्त हुई है। मामले को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए ट्रैफिक सिपाही रवीन्द्र प्रताप सिंह , हेडकस्टेबिल राजाराम यादव और होम गार्ड आत्माराम सस्पेंड कर दिया गया है और साथ ही बस चालक व परिचालक की भूमिका की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर होगी कड़ी कार्रवाई ।