शहर के गाड़ाघाट में सरकारी शराब दुकान संचालित है। दुकान का कर्मचारी विक्रम प्रताप सिंह 30 वर्ष दिनभर की हुई बिक्री का 4 लाख 85 हजार रुपए बैग में लेकर रविवार की रात 11.30 बजे दुकान से निकला था। वह रुपए जमा करने शिकारी रोड स्थित मेन ऑफिस में जा रहा था।
संदिग्ध को पकड़कर पुलिस को दी सूचना
लूट की वारदात के बाद शराब दुकान के पास एक संदिग्ध व्यक्ति घूम रहा था। उसे कर्मचारियों ने पकड़ लिया और कोतवाली पुलिस को लूट सहित इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही सीएसपी आरएन यादव व कोतवाली टीआई अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने कर्मचारियों द्वारा पकड़े गए युवक को हिरासत में लिया है।
सुबह भी पहुंचे घटनास्थल
सोमवार की सुबह 6 बजे कोतवाली पुलिस घटनास्थल पर जांच करने पहुंची। घटनास्थल से पुलिस को कुछ खास हाथ नहीं लगा है। पुलिस शराब दुकान के कर्मचारी की शिकायत पर मामले की विवेचना में जुट गई है। अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर की तैयारी भी चल रही है।
आचार संहिता में वारदात
विधानसभा चुनाव को देखते हुए आदर्श आचार संहिता भी 6 अक्टूबर से लागू हो गई है। ऐसे में प्रशासन व पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त हो जाती है लेकिन जिस ढंग से लुटेरों ने शहर में लूट की बड़ी वारदात को अंजाम दिया, उससे कहीं नहीं लगता कि आरोपियों के मन में पुलिस का तनिक भी भय है।