यह जानकर पुलिस भी सन्न रह गई। पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया तथा करीब डेढ़ दर्जन को हिरासत में लिया है। अन्य लोगों की भी खोजबीन की जा रही है।
इसी बीच मंगलवार की दोपहर गांधीनगर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि शहर से लगे ग्राम चठिरमा में सोमवार को काफी संख्या में अज्ञात लोग ट्रक में भरकर पहुंचे हैं। सूचना मिलते ही एसआई अब्दुल मुनाफ अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। पूछताछ में पता चला कि 40 लोग ट्रक में आम के पौधे लेकर यहां बेचने आए हैं।
सभी पश्चिम बंगाल के मुर्शीदाबाद जिले के निवासी हैं। शंका होने पर जब उन्होंने कड़ाई से पूछताछ की तो कुछ लोगों ने चोरी की नीयत से यहां आने की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की।
पुलिस ने सभी को एसडीएम न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस करीब डेढ़ दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। अन्य की खोजबीन भी जारी है।
ये भेजे गए जेल
पुलिस ने जिन 6 आरोपियों को जेल भेजा है, उनमें अब्बु बकर शेख पिता मोरू शेख 40 वर्ष ग्राम डांगापारा, बेलानगर थाना नोवदा, असीम मंडल पिता पलन 38, ग्राम सोनघाट, किशनगंज, आलमगिर शेख पिता नसीर 27 वर्ष ग्राम पश्चिम मठपारा, मधुपुर, नोवदा, मशेदुल सरकार पिता मुबारक 26 वर्ष ग्राम डागापारा, शेख खैरुल पिता अली हसन 48 ग्राम डागापारा तथा अब्दुल फारुक पिता बैतुल्ला 35 वर्ष ग्राम डागापारा शामिल हैं। सभी पश्चिम बंगाल के मुर्शीदाबाद जिले के रहने वाले हैं।
पौधे बेचने के बहाने करते हैं रेकी
पुलिस ने बताया कि इतनी संख्या में शहर में पहुंचने के बाद भी उन्होंने थाने को सूचना नहीं दी थी। सभी साइकिल से घूम-घूमकर शहर में आम के पौधे बेचने के बहाने रेकी कर रहे थे। मौका मिलते ही ये चोरी कर फरार हो जाते।
पुलिस ने बताया कि इसके पूर्व भी पश्चिम बंगाल के मुर्शीदाबाद से शेख समाज का गिरोह फेरी लगाकर कपड़े बेचने का काम करता था। फिर सूने व ताला लगे मकानों की रेकी के बाद उनके द्वारा चोरी की वारदात को अंजाम दिया जाता था।
गौरतलब है कि अंबिकापुर के दोनों थाना क्षेत्र में तीन महीने पूर्व सिलसिलेवार चोरियां हुई थीं। गिरोह द्वारा लाखों के जेवरात व नकदी पार किए गए थे। इस मामले में पुलिस ने पश्चिम बंगाल के मुर्शीदाबाद जिले के बेलडागा थाना निवासी शेख समुदाय के कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।