थोड़ी देर बाद जब वह वापस लौटी तो पति ने फांसी लगा ली थी। सूचना पर पुलिस जब तक घटना स्थल पर पहुंचती तब तक पड़ोसियों द्वारा शव को फांसी से उतारा जा चुका था। पड़ोसियों का कहना है कि उन्होंने जान बचाने के लिए ऐसा किया। संदिग्ध परिस्थितियों में हुई पति की मौत के मामले में पुलिस फिलहाल मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुट गई है।
गांधीनगर थाना क्षेत्र के ग्राम बढऩीझरिया उरांवपारा निवासी करिश्मा खाखा 24 वर्ष ने पुलिस को सूचना दी की 15 मार्च की शाम 7 बजे उसके पति प्रमोद खाखा ने घर में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। पत्नी ने बताया कि पति से किसी न किसी बात को लेकर अकसर विवाद होता रहता था। वहीं उसकी शादी मृतक से 2012 में हुई थी।
उसका पति जशपुर जिला के ग्राम सन्ना का रहने वाला था। करीब 2 वर्षों से अंबिकापुर में रहकर मजदूरी का काम करता था। वहीं उसकी एक 5 वर्ष की बेटी भी है। घटना के दिन पत्नी बेटी को लेने स्कूल चली गई और वापस आकर देखी तो उसका पति घर में बैठकर शराब पी रहा था। इसके बाद शाम करीब 6 बजे उसने पति को खाना बनाकर दिया। खाना खाते खाते उसके पति गुस्से में आ गया और खाना फेंक कर विवाद करने लगा।
इसके बाद उसने पत्नी की पिटाई भी शुरु कर दी। इसके बाद पत्नी अपनी बेटी को लेकर पड़ोस के घर में चली गई। कुछ देर बाद वापस लौटी तो पति फांसी के फंदे से झूल रहा था। यह देखकर वह चिल्लाने लगी। पत्नी के मुताबिक पड़ोस के कुछ लोग पति की जान बचाने के लिए पहुंचे। उन्होंने चाकू से रस्सी काटकर उसे नीचे उतार लिया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
इसके बाद मामले की जानकारी गांधीनगर पुलिस को दी गई। फिलहाल पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस आगे की कार्रवाई के लिए पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।