प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जेपी श्रीवास्तव ने निर्माण के लिए समिति का गठन करने और नगर निगम के माध्यम से प्रदेश का सबसे भव्य द्वार बनाने पर बल दिया। प्रदेश महामंत्री द्वितेंद्र मिश्रा ने सरगुजा के गंगा-जमुनी तहजीब को बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने इस कार्य के लिए पहल करने के लिए श्रम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शफी अहमद और साथी पार्षदों की सराहना की। जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने बताया स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने विगत आठ अप्रैल को महापौर को पत्र लिखकर निर्वाचित जनप्रतिनिधियों तथा जन सहयोग से प्राप्त राशि के अतिरिक्त जो भी राशि प्रवेश द्वार निर्माण हेतु आवश्यक उसे अपनी ओर से देने की बात कही है। वरिष्ठ अधिवक्ता केएन तिवारी ने भी अपने विचारों से अवगत कराया।
पंजाबी समिति की ओर से गुरबचन सिंह छाबड़ा, कायस्थ सभा अध्यक्ष हेमंत सिन्हा, विश्वकर्मा समाज की ओर से राजेश विश्वकर्मा, एसएम विश्वकर्मा, नरेंद्र विश्वकर्मा, केशरवानी वैश्य सभा के अध्यक्ष एवं किसान ताराचंद गुप्ता ने समाज तथा व्यतिगत सहयोग की बात कही। क्षत्रिय समाज की ओर से नरेंद्र सिंह, अरविंद सिंह गप्पू, रवींद्र सिंह टुटेजा, जनार्दन त्रिपाठी, रोशन कनोजिया, नीतीश ताम्रकार, सीनियर सिटीजन फोरम के आईबी तिवारी, ब्राम्हण समाज के पूर्व अध्यक्ष सत्येंद्र तिवारी ने भी अपने विचार रखे। बैठक में ब्राह्मण समाज, साहू समाज, केशरवानी समाज, जायसवाल समाज, नाई समाज, यादव समाज, धोबी समाज, हलवाई समाज, बारी समाज, सिख समाज, विश्वकर्मा समाज, बंगाली समाज, अग्रवाल सभा, राजपूत समाज, मानिकपुरी समाज, राजवाड़े समाज, केवट समाज, सोनी समाज और सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने शामिल होकर महामाया मंदिर के भव्य प्रवेश द्वार निर्माण का संकल्प लिया।
दानदाताओं की कतार लगी
महामाया मंदिर के प्रवेश द्वार निर्माण की बात सबसे पहले श्रम कल्याण मंडल अध्यक्ष शफी अहमद सहित अल्पसंख्यक समाज के साथ पार्षदों ने की थी। उन्होंने पार्षद निधि से इसके लिए एक-एक लाख रुपए देने की घोषणा की। इसके बाद से महामाया मंदिर द्वार निर्माण के लिए कई लोग सामने आए। पूर्णिमा सिंह ने एक लाख तथा एल्डरमैन प्रभात रंजन सिन्हा ने अपनी निधि से एक लाख रुपए देने की घोषणा की है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने 4 दिन पूर्व ही भव्य प्रवेश द्वार निर्माण के लिए अपनी निधि से शेष राशि उपलब्ध कराने सम्बन्धी पत्र महापौर को भेज दिया है। टीएस सिंहदेव के छोटे भाई अरुणेश्वर शरण सिंह देव और बहू सपना सिंह देव ने भी निर्माण कार्य के लिए एक-एक लाख रुपये देने की मंशा व्यक्त की है।