अंबिकापुर विधानसभा सीट से नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने जहां 33 हजार की विशाल बढ़त ले ली है, वहीं सीतापुर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अमरजीत भगत ने 33 हजार 228 वोट से जीत हासिल कर ली है।
इसके अलावा लुंड्रा विधानसभा से डॉ. प्रीतम राम ने भी 14 हजार से अधिक वोट से जीत हासिल की है। हालांकि अभी इसकी अधिकृत घोषणा नहीं हुई है।
गृहमंत्री भी 15 हजार वोट से पिछड़े
वर्ष 2013 के चुनाव में अविभाजित सरगुजा जिले की प्रतापपुर विधानसभा सीट से एकमात्र भाजपा प्रत्याशी रामसेवक पैंकरा ने जीत हासिल की थी। इस बार उन्हें भी कांग्रेस के डॉ. प्रेमसाय सिंह ने करीब 15 हजार वोटों से पछाड़ दिया है। इसके अलावा खेलसाय सिंह व पारसनाथ राजवाड़े ने भी अब बड़ी लीड ले ली है।
गृहमंत्री भी 15 हजार वोट से पिछड़े
वर्ष 2013 के चुनाव में अविभाजित सरगुजा जिले की प्रतापपुर विधानसभा सीट से एकमात्र भाजपा प्रत्याशी रामसेवक पैंकरा ने जीत हासिल की थी। इस बार उन्हें भी कांग्रेस के डॉ. प्रेमसाय सिंह ने करीब 15 हजार वोटों से पछाड़ दिया है। इसके अलावा खेलसाय सिंह व पारसनाथ राजवाड़े ने भी अब बड़ी लीड ले ली है।
सामरी व रामानुजगंज पर भी कब्जा
बलरामपुर जिले के सामरी व रामानुजगंज सीट पर भी फिर से कांग्रेस ने कब्जा कर लिया है। सामरी विधानसभा सीट से चिंतामणी महाराज ने 25 हजार से अधिक मतों से लगभग जीत हासिल कर ली है। इसके अलावा रामानुजगंज विधानसभा सीट से वृहस्पत सिंह ने भी 17 हजार से अधिक की लीड हासिल कर ली है।
कोरिया में भाजपा के सभी प्रत्याशी पिछड़े
कोरिया जिले की 3 विधानसभा सीटों में से बैकुंठपुर से भाजपा के भइयालाल राजवाड़े व मनेंद्रगढ़ से श्यामबिहारी जायसवाल शुरुआती दौर में आगे रहे। लेकिन जैसे-जैसे मतों की गिनती आगे बढ़ती गई, दोनों पिछड़ गए।
हालांकि दोनों जगहों पर हजार के आस-पास ही अंतर दिखाई दे रहा है। इधर भरतपुर-सोनहत विधानसभा सीट से कांग्रेस के गुलाब कमरो ने शुरु से ही बढ़त बनाए रखी, जो अब तक कायम है।