महिला रोजगार सहायिका थी। वह मंगलवार की दोपहर अपने पति व बच्चों के साथ उदयपुर मीटिंग में शामिल होने जा रही थी। हादसे में पति व बच्चे बाल-बाल बच गए। दुर्घटना के बाद चालक मौके पर ही वाहन छोडक़र फरार हो गया। पुलिस ने ट्रेलर जब्त कर चालक के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। (Ambikapur accident)
दरिमा थाना क्षेत्र के ग्राम चीताबहार निवासी 29 वर्षीय संध्या महंत पति सिन्नीचंद महंत रोजगार सहायिका थी। वह मंगलवार की दोपहर अपने पति व दो पुत्र 7 वर्षीय संस्कार व 3 वर्षीय वैभव के साथ बाइक से उदयपुर मीटिंग में शामिल होने जा रही थी।
वह अंबिकापुर-बिलासपुर रोड पर स्थित मेंड्राकला पुलिया से पहले पहुंची ही थी कि अंबिकापुर की ओर से उदयपुर की ओर तेज रफ्तार में जा रहे ट्रेलर ने पीछे से बाइक को टक्कर मार दी। इससे महिला पीछे की ओर गिर गई और उसके सिर पर ट्रेलर का पहिया चढ़ गया। जबकि पति व दोनों बच्चे बाइक सहित सामने की ओर जा गिरे।
दुर्घटना में महिला की मौत मौके पर ही हो गई, जबकि पति व दोनों बच्चे बाल-बाल बच गए। सूचना पर मणिपुर चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भिजवाया।
दोनों बच्चे सदमे में
आंखों के सामने मां की मौत से दोनों बच्चे सदमे में है। पति व दोनों बच्चे का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं घटना के बाद चालक मौके पर ही ट्रक छोडक़र फरार हो गया। पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रेलर को जब्त कर लिया।
पुलिस ने चालक के खिलाफ धारा 304ए के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। मृतिका संध्या के पिता शोभित दास भारतीय मानिकपुरी पनिका समाज के सरगुजा जिलाध्यक्ष हैं। तेज रफ्तार में नहीं लग रही लगाम
अंबिकापुर-बिलासपुर एनएच पर भारी वाहन बेलगाम रफ्तार में चलते हैं। उन्हें दोपहिया वाहन चालक व पैदल चलने वाले लोग कीड़े-मकोड़ों की भांति लगते हैं। आए दिन इस मार्ग पर हादसे में लोगों की जान जा रही है, इसके बावजूद रफ्तार में कमी नहीं आ रही है। जिम्मेदार अधिकारी भी मूकदर्शक बने हुए हैं। कुछ दिन पूर्व ही उदयपुर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक की भी ग्राम लोधिमा के पास ट्रक से कुचलकर मौत हो गई थी।
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