गौरतलब है कि गत 4 नवम्बर की रात करीब 11 बजे किराये के मकान में रहकर मुर्गा बेचने का व्यवसाय करने वाली 45 वर्षीय महिला अबदा खातुन उर्फ सेठाइन की रूमाल से गला घोंट कर हत्या कर दिये जाने की रिपोर्ट मकान मालिक के द्वारा दर्ज कराई गई थी।
पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध हत्या का अपराध पंजीबद्ध किया था और जांच के दौरान मृतिका के मोबइल न मिलने पर इस्तमाल किये जा रहे मोबाइल नम्बर की कॉल डिटेल निकालकर साइबर टीम का सहयोग लेकर संदेहियों से पूछताछ शुरू की थी।
कॉल डिटेल में घटना के समय पर जिस नम्बर से बात हुई थी उस नम्बर की जांच के दौरान पुलिस ने बिहारपुर चौकापारा निवासी २७ वर्षीय दिनेश वैश्य पिता रामेश्वर वैश्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
बहन को ढूंढते हुए मृतिका के घर पहुंचा था आरोपी
पुलिस के अनुसार आरोपी दिनेश वैश्य की बहन देर रात मृतिका के घर पहुंची थी और मोबाइल से किसी युवक से बात कर रही थी। आरोपी अपने बहन को ढूंढते हुए मृतिका के घर पहुंचा था और जब आंगन में अपनी बहन को मोबाइल से बात करते देखा तो मृतिका अबदा खातुन पर गुस्सा होने लगा। घर में लड़कियों को बुलाकर गलत काम कराने का आरोप लगाते हुए दिनेश ने अबदा के गले से स्कार्फ (रूमाल) निकाला और उसी से उसकी गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी।
जला दिया मोबाइल और खर्च किए पैसे
पुलिस ने बताया कि अबदा खातुन की हत्या के बाद आरोपी युवक दिनेश वैश्य ने अबदा खातुन का मोबाइल और उसके पास रखा दो हजार रुपए का नोट अपने पास रख लिया था। आरोपी ने मृतिका के मोबाइल व सिम को खेत में ले जाकर जला दिया था और किसी को भी पता न चले इसलिए खेत को ही जोत डाला था। उसके पास से लिए गये दो हजार रुपए में से आरोपी ने 1500 रूपये खर्च कर दिये थे। आरोपी के कबूलनामे के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी नरेन्द्र सिंह, हिम्मत सिंह शेखावत, सुरेन्द्र सिंह, अकरम खान, राकेश सिंह, अमित मिंज, निर्मल पैकरा, मोतीलाल यादव और प्रमिला तिग्गा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई