scriptबेटियां समझाती थीं कि मां ये काम ठीक नहीं लेकिन नहीं मानी बात, फिर एक दिन… | Ambikapur- Daughters used to explain mother didnt well work but | Patrika News

बेटियां समझाती थीं कि मां ये काम ठीक नहीं लेकिन नहीं मानी बात, फिर एक दिन…

locationअंबिकापुरPublished: Nov 15, 2017 06:38:30 pm

गांव में शराब का जमकर सेवन कर लौट रही थी घर, नशे में गिर पड़ी गहरे गड्ढे में और इलाज के दौरान तोड़ दिया दम

Noida

dead body

अंबिकापुर. शराब एक परिवार के लिए काफी घातक सिद्ध हुआ। एक महिला की शराब पीने के कारण जान चली गई। उसकी 3 बेटियां अनाथ हो गईं। आंखों के सामने मां की लाश देख तीनों बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल था। वे मां को हमेशा समझाती थीं कि मां शराब पीना छोड़ दे, इसकी लत बड़ी खराब होती है लेकिन वह उनकी बात अनसूनी कर देती थी।
इसी बीच सोमवार की शाम शराब पीकर घर लौटने के दौरान वह नशे में गड्ढे में गिर गई थी। बेटियों द्वारा उसे इलाज के लिए सूरजपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां चिकित्सकों ने महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। यहां इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई।

सूरजपुर जिले के ग्राम मानुपर निवासी ४० वर्षीय सोनकेल बाई पति करण बहादुर शराब पीने की आदी थी। वह हर रोज शराब पीकर घर आती थी। महिला के ३ बेटियां हैं। तीनों बेटियां अपनी मां को काफी समझाती थी कि शराब पीने से सेहत को केवल नुकसान ही होता है। यह परिवार बर्बाद कर देता है। इसके बावजूद उनकी मां शराब पीना नहीं छोड़ रही थी। बेटियों द्वारा कही गई इस बात को वह हमेशा अनसूनी कर देती थी और शराब का सेवन करती थी। सोमवार की शाम भी महिला ने गांव में जाकर खूब शराब का सेवन किया। वह नशे में मस्त होकर घर लौट रही थी। इसी बीच वह सड़क किनारे गड्ढे में अनियंत्रित होकर गिर गई। इससे उसके सिर सहित शरीर के अन्य हिस्से में अंदरूनी चोटें आईं।
दर्द से कराहती महिला किसी तरह गड्ढे से निकलकर रात को घर पहुंची। इस दौरान महिला का पति घर में नहीं था। वह ड्यूटी पर था। मां को जख्मी हालत में देखकर बेटियों ने किसी तरह उसे इलाज के लिए सूरजपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वहां चिकित्सकों ने महिला का प्रारंभिक उपचार कर उसे बेहतर इलाज के लिए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया।
इसके बाद बेटियों ने किसी तरह मां को इलाज के लिए अंबिकापुर लाकर भर्ती कराया। यहां डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया लेकिन उसकी हालत में सुधार की बजाय बिगड़ती चली गई। इसी बीच मंगलवार की सुबह महिला ने दम तोड़ दिया। मां की लाश देख बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मां ने यदि उनकी बात मान ली होती तो वे आज अनाथ नहीं होतीं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो