‘आरक्षक’ से आधा दर्जन ‘रईसजादों’ ने की मारपीट! खींचकर ले जा रहे थे Car में
सरगुजाPublished: Nov 14, 2016 12:36:00 pm
क्लींकर लोड भारी वाहनों के पंचायत की सड़क से परिवहन का ग्रामीण कर रहे
थे विरोध, सूचना पर विवाद सुलझाने पहुंचा था रेलवे स्टेशन में ड्यूटी कर
रहा आरक्षक, कार सवार युवकों ने की हाथापाई
अंबिकापुर. ग्राम पंचायत अजिरमा की सड़क से होकर रेलवे स्टेशन अंबिकापुर साइडिंग में क्लींकर लोड वाहनों के परिवहन का रविवार की रात ग्रामीण विरोध कर रहे थे। वाहनों के परिवहन से जर्जर हुई सड़क को बनवाने की बात ग्रामीणों द्वारा वाहन चालकों व ठेकेदार के कर्मचारियों से की जा रही थी। विवाद की सूचना पर स्टेशन में ड्यूटी कर रहा जयनगर थाने का आरक्षक सिविल ड्रेस में वहां पहुंच गया।
वह विवाद सुलझा ही रहा था कि अचानक कार सहित एक अन्य वाहन में आए करीब आधा दर्जन युवकों ने उसके साथ हाथापाई शुरू कर दी। वे आरक्षक को अपने साथ जबरन खींचकर कार में ले जा रहे थे। लेकिन ग्रामीणों के बीच में आ जाने के बाद युवक उसे छोड़कर फरार हो गए। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है।
अंबिकापुर रेलवे स्टेशन साइडिंग में भारी वाहनों द्वारा क्लींकर का परिवहन किया जाता है। वाहनों की आवाजाही से ग्राम पंचायत अजिरमा स्थित रेलवे साइडिंग से लगी सड़क पूरी तरह से जर्जर हो गई है। इसका विरोध काफी दिनों से वहां के जनप्रतिनिधि व ग्रामीण करते आ रहे हैं। इसके बावजूद भारी वाहनों की आवाजाही लगातार जारी है।
रविवार की रात करीब 10.30 बजे भी भारी वाहनों में क्लींकर का परिवहन किया जा रहा था। इस दौरान ग्राम अजिरमा व ठाकुरपुर के ग्रामीण वहां पहुंच गए और परिवहन का विरोध करने लगे। ग्रामीण व जनप्रतिनिधियों का कहना था कि परिवहन से मार्ग पूरी तरह जर्जर हो चुकी है, ऐसे में उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
मार्ग की स्थिति ऐसी हो चुकी है कि दोपहिया वाहन भी वहां से पार होते हैं तो धूल उड़ती है। वे परिवहन में लगे चालकों व कथित वाहन मालिकों तथा कर्मचारियों से सड़क बनवाने की मांग कर रहे थे। इस बीच सूचना पर रेलवे स्टेशन में ड्यूटी कर रहा आरक्षक प्रदीप यादव सिविल डे्रस में मौके पर पहुंच गया। आरक्षक जयनगर थाने में पदस्थ है।
विवाद के बीच उसने कहा कि परिवहन कराने वाला ठेकेदार कौन है? इस बीच कार सहित अन्य वाहन से करीब आधा दर्जन युवक वहां पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने आरक्षक से धक्का-मुक्की करते हुए हाथापाई शुरू कर दी। युवक उसे जबरन खींचकर अपने साथ कार में बैठाने लगे। यह देख वहां मौजूद ग्रामीणों ने बीच-बचाव कर आरक्षक को उनके चंगुल से छुड़ाया।
इसके बाद युवक वहां से फरार हो गए। बताया जा रहा है कि सभी युवक बौरीपारा, अंबिकापुर के हैें। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मेहता रोड लाइंस द्वारा क्लींकर का परिवहन अंबिकापुर से झारखंड के डाल्टेनगंज एरिया में किया जाता है। जयनगर पुलिस द्वारा मामले की विवेचना की जा रही है।
पहचान बताई फिर भी की हाथापाई
आरक्षक प्रदीप यादव ने युवकों को बताया कि वह जयनगर थाने में पदस्थ है और विवाद की सूचना पर यहां आया है। इसके बावजूद युवकों ने उसकी बातों को अनसुना करते हुए हाथापाई की और कार से ले जाने की कोशिश की। शराब के नशे में धुत युवकों की मंशा आरक्षक को भीड़ से दूर ले जाकर मारपीट करने की थी। गनीमत रही कि ग्रामीणों ने उसे बचा लिया।
बढ़ रहे हौसले
भारी वाहनों के परिवहन की देखरेख में लगे ट्रांसपोर्टरों के कर्मचारियों के हौसले पुलिस की अनदेखी व लापरवाही के कारण बढ़ते जा रहे हैं। क्लींकर के ओवरलोड परिवहन की लगातार शिकायत के बावजूद संबंधित थाने द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने का नतीजा है कि युवकों ने घटना को अंजाम दिया। ट्रांसपोर्टिंग में लगे कर्मचारियों के बढ़ते हौसले व उनके मन से पुलिस का किसी प्रकार डर नहीं होने अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आरक्षक द्वारा पहचान बताए जाने के बावजूद उन्होंने उसपर हमला किया।
हुई है हाथापाई
रेलवे स्टेशन अंबिकापुर में ड्यूटी में पदस्थ आरक्षक प्रदीप यादव के साथ कुछ युवकों द्वारा हाथापाई हुई है। मामले में पूछताछ की जा रही है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
तेजनाथ सिंह, थाना प्रभारी जयनगर