नगर निगम द्वारा प्रतिक्षा बस स्टैंड में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस पर ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाड़ा के तहत रविवार को जागरूकता अभियान फैलाने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गृहमंत्री रामसेवक पैकरा थे। इसके साथ ही कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सांसद कमलभान सिंह व अध्यक्ष महापौर डॉ. अजय तिर्की थे। नगर निगम द्वारा कार्यक्रम का आयोजन 12 बजे से निर्धारित किया गया था।
पार्षदों ने जताई नाराजगी
उद्घोषिका द्वारा महापौर के हाथों अधिकारियों का सम्मान कराने पर नाराजगी व्यक्त की गई। प्रोटोकॉल का उद्घोषिका ने ध्यान ही नहीं रखा। उनके द्वारा ३ बार एक पार्षद को स्थानीय विधायक बताते हुए स्टेज पर बुलाया गया। बाद में पार्षद द्वारा आपत्ति दर्ज कराने पर उनका नाम लिया गया। कार्यक्रम में पार्षदों के साथ जनप्रतिनिधियों को श्रमदान कर साफ-सफाई की जानी थी। लेकिन पार्षदों की संख्या काफी कम थी।
गृहमंत्री व सांसद ने चेहरे में लगाया मास्क
हमेशा गृहमंत्री रामसेवक पैकरा व सांसद द्वारा अपने आपको को किसान बताया जाता है, लेकिन रविवार को आयोजित कार्यक्रम में संक्रिमत होने का इतना डर सताने लगा कि पहले उन्होंने चेहरे पर मास्क लगाना पड़ा। इसके बाद हाथों में ग्लब्स पहनकर सिर्फ झाड़ू पकडकर सफाई करने का मजाक किया। ऐसे में लोग कितना जागरूक हुए यह तो किसी को पता नहीं, लेकिन निगम का लगभग २ लाख रुपए खर्च हो गए।
स्वच्छता के क्षेत्र में किया अच्छा कार्यक्रम
गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने कहा कि अंबिकापुर के जनप्रतिनिधियों, पार्षदों और स्थानीय नागरिकों के सहयोग से स्वच्छता के क्षेत्र में यहां अच्छा कार्य किया गया है इससेे देश में अंबिकापुर एक मॉडल के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि देश स्वच्छ होगा तो लोग स्वस्थ होंगे। उन्होने कहा कि भीड़-भाड़ वाले स्थानों की साफ-सफाई हेतु विशेष ध्यान देने और अशिक्षा तथा बीमारी आदि को दूर करने का भी संकल्प लेने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत हमारी जन्म भूमि और माता है। इसकी सेवा करने के लिए स्वच्छता अभियान को जनजागरण अभियान के रूप में चलाने की आवश्यकता है।
संसद में जब लिया जाता है नाम तो होता है सम्मान
सांसद कमलभान सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए स्वच्छता अभियान को सफल बनाने में शहरवासियों ने कंधे से कंधा मिलाकर देश दुनिया में अंबिकापुर का नाम और मान बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि जब सांसद में अंबिकापुर का नाम लिया जाता है तो हम सभी को गौरवान्वित होने का अवसर मिलता है।
निर्धारित समय – 12 बजे
अतिथि पहुंचे – 1.42 मिनट
स्वागत – 1.57 मिनट
भाषण – 2.55 मिनट
स्वच्छता श्रमदान- 2.57 मिनट