छत्तीसगढ़ का शिमला कहा जाने वाला मैनपाट के टाइगर प्वाइंट तक पहुंच हुआ मुश्किल, 72 घंटे की बारिश में 57 साल पुराना पुल हो गया धराशायी
Mainpat bridge
अंबिकापुर/मैनपाट. छत्तीसगढ़ का शिमला कहा जाने वाला मैनपाट का नजारा इन दिनों सैलानियों को काफी रोमांचित करने वाला है। यहां लोगों की भीड़ भी जुट रही है। लेकिन यहां के टाइगर प्वाइंट झरना तक जाने वाले मार्ग पर बना वर्षों पुराना पुल 72 घंटे तक हुई बारिश में 3 जगह से टूट गया।
ऐसे में जहां सैलानियों को अब टाइगर प्वाइंट तक पहुंचना मुश्किल हो गया है वहीं इससे सीतापुर-अंबिकापुर मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया। इधर बुधवार को कमिश्नर, आईजी, कलक्टर व एसएसपी ने पुल का निरीक्षण किया।
गौरतलब है कि सरगुजा संभाग में पिछले 3 दिनों में हुई भारी बारिश हुई। इससे जहां नदी-नाले उफान पर हैं वहीं कई पुलिए व सड़कें बह गईं। इससे कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालयों से टूट गया है। वहीं मैनपाट के टाइगर प्वाइंट तक जाने वाली सड़क पर 57 साल पूर्व बना पुल सोमवार की रात लगभग 12 से 1 बजे के बीच 3 जगह से टूट गया।
बताया जा रहा है कि बालको द्वारा इस मार्ग से बाक्साइट परिवहन किया जा रहा था। दिन-रात भारी वाहनों के गुजरने की वजह से पुल काफी जर्जर हो चुका था। लेकिन सेतु निर्माण विभाग द्वारा अभी तक इसे खतरनाक घोषित नहीं किया गया था। पुल के ढह जाने से लोगों को अब 10 किमी का अतिरिक्त सफर कर सीतापुर जाना पड़ रहा है।
कलक्टर किरण कौशल ने तत्काल एसडीएम एके त्रिपाठी को मौके का मुआयना कर रिपोर्ट देने को कहा है। साथ ही पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को तत्काल पुल निर्माण के निर्देश भी दिए हैं।
कमिश्रर, आईजी, कलक्टर व एसपी पहुंचे पुल टूट जाने की खबर पर बुधवार की सुबह कमिश्रर रीता शांडिल्य, आईजी हिमांशु गुप्ता, कलक्टर किरण कौशल व एसएसपी आरएस नायक मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुल का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां अस्थायी रपटा बनाने के निर्देश दिए हैं।