फिलहाल छात्राओं को थाने के सुपुर्द किया गया है। यहां से उनके परिजनों के साथ दोनों को घर भेजा जाएगा। बताया जा रहा है कि छात्राओं का हॉस्टल में रहने का मन नहीं करता था, इस कारण दोनों वहां से भाग गईं थीं।
बतौली विकासखंड के ग्राम कुनकुरी स्थित नेत्रहीन विद्यालय से शुक्रवार की रात करीब 2.30 बजे 2 छात्राएं बाउंड्रीवाल फांदकर भाग निकलीं। बालिकाओं की उम्र 10-11 वर्ष की बताई जा रही है। इनमें से एक छात्रा अंबिकापुर इलाके के ग्राम बफौली तथा दूसरी मैनपाट के ग्राम कंडराजा की है।
छात्राएं रात में पैदल भटकती हुईं अंबिकापुर-रायगढ़ एनएच पर स्थित ग्राम सेदम पहुंची। सुबह करीब 5 बजे यहां स्थित ढाबे के पास पहुंचकर दोनों रुक गईं। इसी बीच वहां मौजूद राजकुमार प्रधान व सखन साहू की नजर दोनों बालिकाओं पर पड़ी। उन्होंने बालिकाओं से पूछताछ की तो वे अच्छे से जवाब नहीं दे पार्ईं
ठंड से ठिठुरता देख उन्होंने दोनों को स्थानीय अस्पताल पहुंचा दिया। अस्पताल प्रबंधन की सूचना पर बतौली पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें थाने ले आई।
रहने का नहीं करता था मन
पुलिस की पूछताछ में छात्राओं ने बताया कि उन्हें हॉस्टल में रहने का मन नहीं करता था, इस कारण दोनों वहां से भाग निकलीं। पुलिस द्वारा हॉस्टल प्रबंधन को सूचना देने के साथ ही उनके परिजनों को भी सूचना दी गई है। सूचना मिलते ही परिजन व हॉस्टल प्रबंधन मौके पर पहुंच गए। पुलिस द्वारा दोनों बालिकाओं को उनके सुपुर्द करने की तैयारी की जा रही है।
रहने का नहीं करता था मन
पुलिस की पूछताछ में छात्राओं ने बताया कि उन्हें हॉस्टल में रहने का मन नहीं करता था, इस कारण दोनों वहां से भाग निकलीं। पुलिस द्वारा हॉस्टल प्रबंधन को सूचना देने के साथ ही उनके परिजनों को भी सूचना दी गई है। सूचना मिलते ही परिजन व हॉस्टल प्रबंधन मौके पर पहुंच गए। पुलिस द्वारा दोनों बालिकाओं को उनके सुपुर्द करने की तैयारी की जा रही है।
राजपुर के खुठनपारा से भी भागीं थीं छात्राएं
गौरतलब है कि 3 दिन पूर्व बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के राजपुर, खुठनपारा स्थित कोरवा आश्रम से भी 4 छात्राएं भागी थीं। हालांकि बाद में छात्राओं को रात में 4 युवकों के साथ पकड़ा गया था। दूसरे दिन सभी हॉस्टल में लौट आई थीं।