इस दौरान जिस भाई से विवाद था वह वहां पहुंचा और सीने पर पत्थर से तीन-चार बार वार कर दिया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह सब 2 भाई वहीं खड़े होकर देख रहे थे। हत्या करने के बाद आरोपी भाई ने उसकी लाश को कुएं में धकेल दिया। 4 नवंबर की सुबह आरोपी थाने में पहुंचा और भाई की आत्महत्या की रिपोर्ट लिखा दी।
पीएम रिपोर्ट में पसली में चोट आने व खून जमने की बात सामने आने पर पुलिस ने तीनों भाइयों से कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर बुधवार को जेल भेज दिया।
कोरिया डीएसपी सोनिया उके, थाना प्रभारी आनंद सोनी मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 4 नवंबर को पटना थानांतर्गत ग्राम मुरमा निवासी हरीशचंद्र ने पटना पुलिस को सूचना दी थी कि उसके भाई हरिलाल ने 3 नवंबर की रात 10 बजे कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली है।
उसकी रिपोर्ट पर पुलिस ने मर्ग कायम किया और पंचनामा कर शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पटना में भेज दिया गया था। पीएम रिपोर्ट में मृतक की छाती में चोट के वजह से पसली टूटकर अंदर घुसने और शरीर के अंदर रक्त जमा होने से उसकी मौत की पुष्टि की गई।
इस पर पुलिस ने मामले में पुलिस ने धारा 302, 201 के तहत अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया। पुलिस ने ग्राम मुरमा जाकर संदेहियों से विस्तृत पूछताछ करने पर हरिशचंद, मोहेलाल, शिवनारायण ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
आरोपियों भाइयों ने पुलिस को बताया कि घटना की रात को शिवनारायण के घर खाना खाते समय मृतक हरिलाल जमीन की बात को लेकर गाली-गलौज करने लगा और घर से निकलकर छात्रावास की ओर जाने लगा था। उसके पीछे-पीछे तीनों भाई जाने लगे। इस दौरान मृतक कुएं के समीप रुका और गाली-गलौज करने लगा था।
इससे मृतक के भाई हरिशचंद ने गुस्से में आकर पत्थर को उठाकर मृतक के सीने में दो-तीन बार मारा कर हत्या कर दी। इस दौरान मोहेलाल और शिवनाराण भी खड़े होकर देख रहे थे। कार्रवाई में शिवकुमार यादव, मनोज सिंह, मनोज सुनहरे, मनमोहन विश्वकर्मा, विपेन्द्र देव सिंह, राधेकृष्ण साहू आदि शामिल थे
साक्ष्य छिपाने कुएं में धकेला शव
डीएसपी उके ने कहा कि हत्या करने के बाद साक्ष्य छिपाने की नीयत से हरिशचंद ने मृतक हरिलाल के शव को कुएं में डाल दिया था। मामले में वारदात के दूसरे दिन सुबह थाना में प्रार्थी बनकर रिर्पोट दर्ज कराई थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेज दिया है।