आवाज सुनकर उसके बेटे वहां पहुंचे और उसे गंभीर स्थिति में स्थानीय डीपाडीह अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां से रेफर किए जाने के बाद अंबिकापुर मिशन अस्पताल में उसका इलाज चला। यहां से परिजन उसे घर ले गए। इसी बीच अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी और रविवार को उसने दम तोड़ दिया।
सूचना पर सोमवार को कुसमी पुलिस ने शव का पंचनामा व पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस अब आरोपी की तलाश में जुट गई है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कुसमी से करीब 15 किमी दूर अंिबकापुर रोड स्थित ग्राम कोदवा के सरनापारा निवासी 55 वर्षीय घिनु पैकरा पिता टहल पैकरा गांव के 60 वर्षीय सैनाथ राम के साथ 21 अक्टूबर की रात घर के आंगन में चल रहे करमा नाच देख रहा था।
देर रात करीब 11 बजे सभी अपने घर चले गए तब सैनाथ राम भी अपने घर जाने लगा और मृतक घिनु पैकरा अपने ममेरी बहन रजवइन के घर चला गया। सैनाथ कुछ ही दूर गया था कि उसे शोरगुल की आवाज सुनाई दी। इस पर वापस लौटा तो देखा कि रजवइन और घिनु के बीच हाथापाई हो रही थी।
कुछ देर बाद घिनु वहां से घर लौटने लगा, इसी बीच रास्ते में कोई अज्ञात युवक पीछे से पहुंचा और डंडे से घिनु की बेदम पिटाई शुरू कर दी। अंधेरा होने की वजह से आरोपी नजर नहीं आया। इस पर देख सैनाथ ने शोर मचाया तो उसके बेटेजनसेवक, शैलेन्द्र सहित जगजीवन व अन्य लोग वहां पहुंचे तो आरोपी वहां से फरार हो गया।
पिटाई से घायल घिनु को परिजन द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र डिपाडीह में भर्ती कराया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे परिजन मिशन आस्पताल में इलाज कराने ले गए थे। यहां उपचार के बाद परिजन उसे घर ले आए थे किंतु कुछ दिन बाद उसकी तबियत अचानक बिगड़ गई।
इस पर परिजन फिर उसे मिशन अस्पताल अंबिकापुर ले गए, यहां रविवार को उसकी मौत हो गई। अब कुसमी पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है।